गिड़ा. संतरा की जनता ने 23 साल की हीरूकंवर पर भरोसा किया और महिला उम्मीदवारों में वह पंचायत समिति में सर्वाधिक वोटो से विजयी रही।
वहीं चिडि़या में सुनीता मात्र 18 मतों से जीत दर्ज कर पाई। इधर, गिड़ा प्रधान के परिवार की पचास साल बाद बादशाह खत्म हुई और यहां 21 वर्षीय युवक पर लोगों ने भरोसा जताया। गिड़ा पंचायत समिति के सरपंच चुनाव में
संतरा में हीरूकंवर जीती है, जो मात्र 23 साल की है और 1160 मतों के अंतर से चुनाव जीती तो वहीं चिडिय़ा की सुनीता सबसे कम 18 मत से विजय हुईं।
गौरतलब है कि झूंड गांव की हीरूकंवर अभी अविवाहित है, एेसे में गांवों ने बेटी के हाथ विकास का जिम्मा सौंपा है। हीरूकंवर ने पत्रिका से कहा कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना व ग्राम पंचायत को साफ -सुथरा रखना पहली प्राथमिकता रहेगी। ग्राम पंचायत का हरा-भरा रखने के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण पर ध्यान दिया जाएगा।
सुनीता ने कहा कि हर बालिका को शिक्षा को बढ़ावा दिलाने, नशा नही करने की अलख जगाऊंगी। इधर, क्षेत्र के चीबी गांव में 50 साल से एक ही परिवार राज कर रहा था।
लम्बे समय से सरपंचाई कर रहे इस परिवार के लक्ष्मणराम डेलू जो कि प्रधान भी है, इस बार चुनाव मैदान में थे, उनके सामने भैराराम नाम का 21 वर्षीय युवक था।
जनता ने उस पर भरोसा जताया। सरपंच भैराराम का कहना है कि जनता ने विकास की उम्मीदों के साथ जिताया है तो मैं हर वक्त गांव की जनता के बीच रहकर सेवा करूंगा।
Source: Barmer News