भवानीसिंह राठौड़
बाड़मेर. रिफाइनरी लगने से पहले ही बाड़मेर जिले में बढ़ रही अपराधिक घटनाओं और कंपनियों की मुख्यमंत्री तक पहुंची शिकायतों ने सरकार की फिक्र बढ़ा दी है। सरकार ने इसके लिए विशेष डीएसटी टीम के गठन के साथ ही पुलिस को हिदायत दी है कि तेल क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर पूरे इंतजाम किए जाए।
बाड़मेर में तेल-गैस और लिग्नाइट प्रोजेक्ट के बडे़ निवेश के साथ ही अपराध बढऩे लगे है। कंपनियों में काम लेने की हौड़ में गैंग और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों ने कई घटनाओं का अंजाम दिया है। पिछले समय में हुई कुछ घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री ने पुलिस को निर्देश दिए है कि तेल व रिफाइनरी क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर गंभीरता बरती जाए।
सुरक्षा कड़ी करने की जरूरत
रिफाइनरी क्षेत्र के नजदीक बीते दिनों अवैध हथियार, गोलीबारी की घटनाएं हुई है। सरकार ने अवैध हथियारों की धरपकड़ करने के लिए सुरक्षा कड़ी करने और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर तत्काल नकेल कसने के निर्देश दिए है।
ये है बड़ी घटनाएं
केस-1
अक्टूबर 2019 में एमपीटी नागाणा में काम कर रही एक कंपनी के यार्ड पर स्थानीय लोगों ने काम नहीं मिलने के विवाद के चलते हमला किया। हमले के दौरान बदमाशों ने यार्ड में तोडफ़ोड़ कर कार्मिकों के साथ मारपीट की वारदात को अंजाम दिया था। उसके बाद पुलिस ने आरोपी गिरफ्तार किए।
केस-2
दिसम्बर 2019 में पचपदरा थाना क्षेत्र में रिफाइनरी निर्माण में कार्य करने वाली कंपनी के कार्मिकों के साथ मारपीट कर तोडफ़ोड़ की वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद सुरक्षा बढ़ाते हुए पुलिस ने यहां अस्थायी चौकी स्थापित की।
एसपी का कहना…
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पुलिस अपराध रोकथाम के लिए कड़े बंदोबस्त कर रही है। रिफाइनरी क्षेत्र में पुलिस ने अस्थायी चौकी स्थापित कर दी। गत दिनों दो वारदातें हुई थी, मामलों में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई को अंजाम दिया।
– शरद चौधरी, पुलिस अधीक्षक, बाड़मेर
Source: Barmer News