बाड़मेर. सरकारी स्कूल में पढऩे वाले विद्यार्थियों को स्कूल तक पहुंचाने के लिए सरकार की ओर से लागू की गई ट्रांसफर वाउचर योजना के तहत इस साल बस में सफर करने वाले विद्यार्थियों को भुगतान नहीं मिला है। घर से दूर स्कूल पहुंचने के लिए संचालित ट्रांसफर वाउचर योजना में जिले के 58 हजार विद्यार्थियों की राशि बकाया चल रही है।
शिक्षा विभाग ने सरकार की योजना अनुसार बालक-बालिकाओं को सहज एवं गुणवत्तापूर्वक शिक्षा उनके निकटस्थ विद्यालयों में सुगमता से मिलने के उद्देश्य से 6 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए ट्रांसफर वाउचर योजना को लागू किया। ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल दूर होने पर अंधिकाश बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते थे। ऐसी स्थिति में सरकार ने परिवहन सुविधा को नि:शुल्क किया। इस योजना का लाभ कक्षा पहली से पांचवीं तक के बच्चों और छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों को मिलता है। इसके लिए पांचवीं तक के बच्चोंं के लिए अगर स्कूल की दूरी एक किमी और छठी से आठवीं तक के बच्चों की स्कूल दो किमी से अधिक की दूरी पर है। उन्हें योजना में शामिल किया गया।
यों समझे योजना का गणित
ट्रांसफर वाउचर योजना के तहत बाड़मेर जिले में कक्षा 1 से 8 तक 58 हजार विद्यार्थियों का पंजीयन हुआ था। साल 2017-18 में 43 दिन व 2018-19 में 132 दिन योजना का लाभ विद्यार्थियों को मिल चुका है। वहीं वर्ष 2019-20 में 58 हजार विद्यार्थियों को राशि का इंतजार है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बजट नहीं मिला है। वहीं 9 से 12 कक्षा में स्कूटी योजना से वंचित 70 बालिकाओं का पंजीयन भी हुआ था। उन्हें भी वर्ष 2019-20 में लाभ नहीं मिला है।
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कितनी मिलती है राशि
कक्षा – स्कूल की दूरी – निर्धारित राशि
1 से 5 – 1 किमी – 10 रुपए
6 से 8 – 2 किमी – 20 रुपए
Source: Barmer News