Posted on

भवानीसिंह राठौड़

बाड़मेर. जहां कभी बिजली की रोशनी तक नहीं पहुंची, ऐसे दूरस्थ व दुरूह क्षेत्र की ढाणियों में अब सूरज की रोशनी से रात में उजियारा फैल रहा है। यहां आजादी के बाद 74 साल से चिमनी की रोशनी के सहारे अंधरों में जी रहे परिवारों की झोपड़ी पर बल्ब रोशन हो रहे हैं। सोलर योजना के तहत डिस्कॉम तृतीय चरण के तहत 2523 सोलर पैनल और लगाएगा।

डिस्कॉम ने बाड़मेर जिले में सौभाग्य योजना के तहत प्रथम में 6500 व द्वितीय चरण में 1450 सोलर प्लांट ढाणियों में लगाए हैं। डिस्कॉम ने इस योजना के तहत 27 करोड़ रुपए खर्च किए हंै। प्रोजेक्ट के तहत अंधिकाश सोलर प्लांट राष्ट्रीय मरूउद्यान क्षेत्र की ऐसी ढाणियों में लगाए गए हंै, जहां विद्युत व्यवस्था को लेकर कोई इंतजाम नहीं थे। विभाग ने शिव क्षेत्र में 400 हजार से अधिक पैनल लगाए हैं। इसके अलावा चौहटन, धोरीमन्ना व बायतु क्षेत्र सहित वंचित ढाणियों में रोशनी पहुंचाई गई है।

अब और लगेंगे 2523 सोलर प्लांट

डिस्कॉम ने तृतीय चरण के तहत 2523 सोलर पैनल लगाने का वर्क ऑर्डर जारी कर किया है। इसके लिए 8 करोड़ 50 लाख का बजट प्रस्तावित है। जल्द ही वंचित ढाणियों में सोलर प्लांट लगाने का काम शुरू होगा।

सालों से चिमनी से रोशनी

बॉर्डर क्षेत्र के डीएनपी क्षेत्र में कई सालों से स्थानीय निवासी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। यहां पेयजल, शिक्षा, बिजली व चिकित्सा सहित अन्य सुविधाएं नहीं है। ऐसी स्थिति में ढाणियों में आजादी के बाद चिमनी की रोशनी से उजियारा हो रहा था। अब झोपडिय़ां सोलर पैनल से रोशन हो रही है।

– आजादी के बाद पहली बार रोशन गांव

डीएनपी क्षेत्र में पहली बार सोलर पैनल लगे हैं। इससे ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है। अब घरों में बल्ब के साथ पंखे चलने के साथ मोबाइल चार्ज हो रहा है।

– पदमसिंह, ग्रामीण समध का पार

प्रोजेक्ट में अब 2523 ढाणियां शामिल

डिस्कॉम ने प्रथम चरण के तहत 6500 व उसके बाद 1450 सोलर पैनल दूरस्थ इलाकों की वंचित ढाणियों में लगाए हंै। अब प्रोजेक्ट के तहत 2523 वंचित ढाणियों में सोलर पैनल लगाए जाएंगे। इसका कार्य जल्द शुरू होगा।

-दुर्गाराम चौधरी, अधिशाषी अभियंता डिस्कॉम, बाड़मेर

Source: Barmer News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *