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बाड़मेर. संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के निस्तारण में लापरवाही बरतना जिले के छह अधिकारियों को भारी पड़ गया। जिला कलक्टर अंशदीप ने इसे गंभीरता से लेते हुए 6 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। अब अधिकारियों को 14 फ रवरी को व्यक्तिश: उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

30 दिन में करना होता है निस्तारण

नोटिस के मुताबिक संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का 30 दिन की अवधि में संबंधित अधिकारियों की ओर से निस्तारण किया जाना होता है। समय सीमा के अंदर निस्तारण नहीं करने से प्रकरण अग्रिम लेवल पर स्वत: स्थानांतरित हो जाते हैं। प्रकरणों के समयबद्ध निस्तारण के लिए समय समय पर सूचित किया गया। इसके बावजूद संबंधित अधिकारियों एवं अधीनस्थ अधिकारियों की ओर से लंबित प्रकरणों के निस्तारण में कोई रूचि नहीं लेते हुए लापरवाही बरती गई।

इनको मिला नोटिस

-मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डालूराम चौधरी
-बाड़मेर नगर परिषद आयुक्त ललितसिंह

-बालोतरा नगर परिषद आयुक्त रामकिशोर
-महिला एवं बाल विकास विभाग उप निदेशक सती चौधरी

-जिला प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी मूलाराम बैरड़
-प्रदूषण नियंत्रण मंडल बालोतरा के क्षेत्रीय अधिकारी अमित जुयाल


किस अधिकारी के खाते में कितने प्रकरण लंबित

-मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी: 31 से 45 दिन की अवधि के 4, 45 से 60 दिन के 12, 181 से 365 दिन के 2 सहित कुल 30 प्रकरण
-बाड़मेर नगर परिषद आयुक्त: 31 से 45 दिन के 5, 45 से 60 दिन के 7, 61 से 180 दिन के 19, 181 से 365 दिन के 1 सहित कुल 34 प्रकरण

-बालोतरा नगर परिषद आयुक्त: 31 से 45 दिन का 1, 45 से 60 दिन के 2, 61 से 180 दिन के 5, 181 से 365 दिन के 2 सहित कुल 10 प्रकरण
-महिला एवं बाल विकास विभाग उपनिदेशक: 31 से 45 दिन के 3, 61 से 180 दिन के 2 कुल 5 प्रकरण

-जिला प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी: 31 से 45 दिन के 8, 45 से 60 दिन के 2, 61 से 180 दिन के 18, 181 से 365 दिन के 7, 365 दिन से अधिक अवधि का 1 सहित कुल 36 प्रकरा
-प्रदूषण नियंत्रण मंडल क्षेत्रीय अधिकारी: 31 से 45 दिन का 1, 45 से 60 दिन का 1, 61 से 180 दिन के 11 एवं 365 दिन से अधिक अवधि का एक सहित कुल 14 प्रकरण

Source: Barmer News

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