बाड़मेर. राजकीय मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में भर्ती चारों मेडिकल छात्रों को अस्पताल प्रबंधन ने गुरुवार को उनके घर भेज दिया। यहां आइसोलेशन वार्ड में रखे गए चारों छात्र चीन के वुहान से लौटे थे।
कोरोना वायरस प्रभावित क्षेत्र से आने के कारण चारों को अस्पताल में अलग से रखकर उनके नमूने जांच के लिए जयपुर भेजे गए थे। लेकिन अचानक गुरुवार को चारों को अस्पताल से घर भेज दिया गया।
कोराना वायरस की ग्लोबल वार्निंग से पहले बाड़मेर आए चारों छात्रों में से दो को रविवार को तथा दो अन्य को मंगलवार रात से आइसोलेशन में रखा गया था। सभी के नमूने लेकर जांच के लिए जयपुर भेजे गए थे।
चिकित्सा अधिकारी बता रहे थे कि इनकी रिपोर्ट आने के बाद ही यहां उनको अस्पताल में कितने दिन और रखा जाएगा, इस पर निर्णय किया जाएगा। इस बीच बुधवार को अचानक चारों संदिग्धों को उनके घर पर भेज दिया गया।
भीड़-भाड़ में नहीं जाएं
अस्पताल से चारो को घर भेजने के दौरान सभी की फिर से जांच की गई। बाद में चारों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में नहीं जाने की हिदायत दी गई। साथ ही परिजनों को भी कहा गया कि उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखे।
घर पर भी कुछ दिनों तक ज्यादा किसी के संपर्क में नहीं रहे। सूत्रों की माने तो एक तरह से उन्हें घर पर ही आइसोलेशन में रखने की बात कही जा रही है।
खास की गई थी वार्ड में व्यवस्थाएं
अस्पताल प्रबंधन ने आइसोलेशन वार्ड में चारों संदिग्ध मरीजों को रखने के लिए खास व्यवस्था की थी। सभी बैड पर नए गद्दे लगाए गए थे।
वहीं सभी को तकिए और कंबल भी उपलब्ध करवाए गए थे। सामान्य वार्डों से हटकर यहां पर खास बैडशीट बिछाई गई थी।
हमने रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी
पीएमओ डॉ. बीएल मंसूरिया ने बताया कि चारों मेडिकोज को यहां से उनको घर भेजने के साथ भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र से बचने की हिदायत दी गई है। इसके अलावा यहां कुछ नहीं बता सकते हैं। हमने रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी है।
Source: Barmer News