जोधपुर. आज प्रत्येक व्यक्ति के पास एंड्रॉयड मोबाइल, इंटरनेट और सोशल मीडिया का प्रत्येक प्लेटफॉर्म उपलब्ध है। साइबर अपराधी इनकी मदद से व्यक्ति की हर पसंद व नापसंद के साथ उसकी हर गतिविधि पर नजर रखे हुए है। यदि कोई इंटरनेट पर जरूरत की वस्तु या सामग्री सर्च करता है तो कम्पनी या सर्विस प्रोवाइडर पर्सनालिटी प्रोफाइलिंग के तहत पसंद, नापसंद और अन्य जानकारियों का डेटा रखना शुरू कर देते हैं।
वर्तमान में इस प्रोफाइल का इस्तेमाल कम्पनियां अपनी मार्केटिंग के लिए कर रही होंगी, लेकिन भविष्य में यह हमारे नुकसान के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसे में साइबर अपराध से बचने के लिए सतर्कता ही सबसे बड़ा तरीका है। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) प्रीति चंद्रा ने यह बात ऑनलाइन व साइबर अपराध के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए पुलिस की ओर से चलाए जा रहे अभियान के तहत महामंदिर स्थित सुमेर बालिका महाविद्यालय में छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कही।
पुलिस उपायुक्त ने छात्राओं को हेल्पलाइन वाट्सएप नम्बर 9530440800 दिए और कहा कि अपने आसपास या जिले में कहीं भी अवैध गतिविधि, अपराधिक घटना या महिलाओं व युवतियों से छेड़छाड़ करने वालों की सूचना इस नंबर पर दी जा सकती है। उन्होंने छात्राओं को यातायात नियमों की पालना करने की शपथ भी दिलाई।
इससे पूर्व मंगलवार को फिरोजखान मेमोरियल सीनियर सेकण्डरी गल्र्स स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में देवनगर थानाधिकारी सत्यप्रकाश ने कहा कि साइबर अपराध से बचने के लिए बैंक खाते और एटीएम के बारे में कोई भी जानकारी किसी के साथ शेयर न करें। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। इस अवसर पर सोसायटी के पूर्व महासचिव मोहम्मद अतीक, शिक्षक व अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
Source: Jodhpur