बाड़मेर. बाड़मेर नगर परिषद में आयुक्त की कुर्सी कांटों भरा ताज या फिर रोजमर्रा की ढिलाई जिम्मेदार अधिकारियों पर भारी पड़ रही है। यहां नवगठित बोर्ड में डेढ़ माह में दो आयुक्त एपीओ हो गए और तीसरे आयुक्त की जिम्मेदार निलंबन से बहाल हुए अधिकारी को सौंपी गई है। उल्लेखनीय है कि गत बोर्ड में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के चलते 15 आयुक्त बदल दिए थे। जिसमें अंधिकाश निलंबित या एपीओ होकर लौटे।
स्वायत्त शासन विभाग ने सोमवार को जारी आदेश के अनुसार 10 अक्टूबर 2019 को बिसाऊ नगर पालिका तत्कालीन आयुक्त एवं राजस्व अधिकारी प्रमोदकुमार जांगिड़ को निलंबित कर दिया था। विभागीय विचाराधीन जांच के निस्तारण में समय की संभावना जताते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से बहाल कर बाड़मेर नगर परिषद आयुक्त पद पर पदस्थापन किया।
एपीओ का कारण ये आया सामने
जानकारी में सामने आया है कि आयुक्त ललित सिंह को एक माह पहले बाड़मेर नगर परिषद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन वे समय पर काम कर नहीं पा रहे थे। बताया जा रहा है कि जिला मुख्यालय पर उन्हें पहली बार लगाया गया था। इसलिए बड़ी जिम्मेदारी संभाल नहीं सके, इसलिए एपीओ कर दिया।
– नए आयुक्त को जिम्मेदारी दी गई
बाड़मेर नगर परिषद में नए आयुक्त के ज्वॉनिंग के आदेश हुए है। ऐसी स्थिति में वर्तमान आयुक्त स्वत: ही एपीओ माना जाएगा।- दिलीप माली, सभापति, नगर परिषद, बाड़मेर
Source: Barmer News