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समदड़ी. क्षेत्र के होतरड़ा गांव में शनिवार सुबह रेसिंग में शामिल एक तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार पति-पत्नी व बच्चे को टक्कर मार दी। हादसे में तीनों की दर्दनाक मौत हो गई। हृदयविदारक हादसे के बाद मौके पर बड़ी तादाद में ग्रामीण एकत्रित हो गए। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों से समझाइश के प्रयास किए, लेकिन ग्रामीणों ने मुआवजे दिलाने समेत कई मांगों को लेकर शव उठाने से इनकार कर दिया।

जानकारी के अनुसार हरियाण की एक कंपनी की ओर से इण्डियन नेशनल रैली चैम्पियनशिप के तहत वाहन रेसिंग का जोधपुर से खेजडिय़ाली, होतरड़ा, रानीदेशीपुरा से होकर था। सुबह से ही इस मार्ग पर तेज रफ्तार वाहन दौड़ रहे थे। इस दौरान सुबह भलरों का बाड़ा निवासी नरेन्द्र कुमार उर्फ नेमीचन्द (45) पुत्र मिश्रीमल सरगरा, उसकी पत्नी पुष्पा (42) व मासूम पुत्र जितेन्द्र (15) वर्ष बाइक से ग्रेवल सड़क मार्ग से होतरड़ा में अपने खेत जा रहे थे। इसी दौरान सामने से तेज गति से आ रही रेसिंग कार ने बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि बाइक व सवारों को कार करीब सौ फीट तक घसीटती गई। घटना के बाद कार में सवार लोग वाहन छोड़ भाग निकले। हादसे में दम्पती की मौके पर मौत हो गई। मासूम की धड़कन चल रही थी। एम्बुलेंस के समय पर नहीं पहुंचने से मासूम ने भी दम तोड़ दिया।

प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे मौके पर
घटना की सूचना पर उपखण्ड अधिकारी प्रमोद सीरवी, पुलिस उप अधीक्षक छुगसिंह सोढ़ा, तहसीलदार राकेश जैन, विकास अधिकारी फिरोज खान, थानाधिकारी भुटाराम विश्नोई मौके पर पहुंचे। लोगों के आक्रोश को देखते कल्याणपुर, पचपदरा, मण्डली, बालोतरा से अतिरिक्त पुलिस जाब्ता मौके पर बुलाया गया। प्रशासन ने मौके पर परिजनों व ग्रामीणों से घटना की जानकारी लेकर बातचीत की। परिजनों व ग्रामीणों ने रेंसिग कम्पनी के प्रतिनिधि को मौके पर बुलाने, पीडि़त परिवार को कम्पनी व सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दिलाने व एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। उपखण्ड अधिकारी ने नौकरी के लिए प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजने, नियमानुसार सरकारी सहायता दिलाने का भरोसा दिया, लेकिन कम्पनी के किसी अधिकारी के मौके पर नहीं आने से गतिरोध बना रहा।

थाने में बातचीत करने के लिए बुलाया
उपखण्ड अधिकारी ने ग्रामीणों व परिजनों को कम्पनी के प्रतिनिधि के आने की सूचना पर सभी को दोपहर 2.30 बजे पुलिस थाने बुला लिया। शाम साढ़े चार बजे तक इंतजार करने के बाद भी कम्पनी का कोई व्यक्ति थाने नहीं आने पर परिजनों व ग्रामीणों ने प्रशासन को खरी खोटी सुनाई और घटना स्थल चले गए। मृतक के भाई ने रिपोर्ट में घटना का हवाला देते कार चालक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने, रेसिंग की अनुमति देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने, पीडि़त परिवार को कम्पनी से मुआवजा दिलाने, सरकारी सहायता व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की।

अनुमति दी पर जिम्मेदारी नहीं संभाली- कार रेस की जिला कलक्टर ने अनुमति दी थी। प्रशासन के पास इसकी जानकारी होने के बावजूद इसकी जानकारी ग्रामीणों को नहीं दी गई। कार रेस वाले रास्ते पर सुरक्षा को लेकर कोई व्यवस्था नहीं होने को लेकर ग्रामीणों ने रोष जताया। इस मौके पर पंकजप्रतापसिंह, हुकमसिंह अजीत, सरपंच भगाराम मेघवाल, पूर्व सरपंच मोतीराम चौधरी व रामचन्द्र चौधरी, उपप्रधान लक्ष्मणसिंह, सुरेन्द्रसिंह चारण सहित कई मौजीज लोग मौके पर मौजूद रहे।
रेसिंग के दौरान आपस में टकराई गाडिय़ां- रेसिंग के दौरान दो और हादसे होने की जानकारी सामने आई है। रानीदेशीपुरा के पास सड़क किनारे पत्थर से रेसिंग वाहन टकराने से पलट गया। कार सवार दो जने घायल हो गए। इसी प्रकार खेजडिय़ाली के पास के दो गाडिय़ां टकराने से एक वाहन की फाटक खुल गई, नीचे गिरने से एक व्यक्ति घायल हो गया। सभी घायलों को कम्पनी के वाहनों व एम्बुलेंस से जोधपुर ले जाया गया।

टूट गया परिवार- दुर्घटना से पूरा परिवार टूट गया। परिजनों का रो-रो कर बुरे हाल हो रहा है। ग्रामीण ढाढ़स बंधा रहे है। हृदयविदारक हादसे को लेकर पूरा गांव गमगीन है।

Source: Barmer News

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