सेड़वा. गुरु जंभेश्वर मंदिर विष्णुधाम सोनड़ी में 382वां गुरु जंभेश्वर मेले का आयोजन, यज्ञ एवं पाहल रविवार को होगा। गुरु जंभेश्वर सेवक दल अध्यक्ष मोहनलाल खिलेरी ने बताया कि जिले में बिश्नोई समाज के सबसे प्राचीन मंदिर गुरु जंभेश्वर मंदिर विष्णुधाम सोनड़ी में 382वां मेला रविवार सुबह आठ बजे महंत हरिदास के सानिध्य में भगवान जांभोजी की शब्दवाणी के 120 शब्दों के साथ यज्ञ एवं पाहल से आरम्भ होगा। श्रद्धालु यज्ञ में घी व नारियल की आहुतियां देकर पाहल लेकर नशामुक्त जीवन जीने का संकल्प लेते हुए 138 वर्षों से प्रज्वलित अखंड ज्योति के दर्शन कर सुकाल की कामना व स्वस्थ जीवन जीने की प्रार्थना करेंगे। दोपहर एक बजे बिश्नोई समाज सेवा समिति एवं गुरु जंभेश्वर सेवक दल का खुला अधिवेशन होगा, जिसमें जिला कलेक्टर अंशदीप मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता बाड़मेर पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी करेंगे। समाज के लोग, जनप्रतिनिधि, अधिकारी अधिवेशन में शिरकत कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे। बिश्नोई समाज के साखी मर्मज्ञ स्वामी कृपाचार्य भगवान जांभोजी की साखी, आरती, कीर्तन-भजन की प्रस्तुतियां देंगे। मेला पूर्ण रूप से पॉली थिन मुक्त रहेगा। सुदाबेरी गोशाला की ओर से मेले में कैरी बैग वितरण होगा।
सोनड़ी में अमावस्या मेले की पूर्व संध्या पर भग वान जांभोजी का विशाल जागरण हुआ। स्वामी कृपाचार्य वणीधाम चुरू ने जांभोजी से संबंधित विभिन्न भजनों की प्रस्तुतियां दी। सोनड़ी के महंत स्वामी हरि दास ने सत्संग का महत्व बताते हुए कहा कि मनुष्य जीवन में सत्संग का उतना ही महत्व है जितना भोजन का। बिना सत्संग इस भवसागर से पार नहीं हो सकते हैं। स्वामी रामानंद ने जाम्भाणी परंपरा अनुसार जाग रण परंपराओं को निरंतर जारी रखने का आह्वान करते हुए प्रत्येक घर में प्रतिवर्ष एक जागरण करवाने का आह्वान किया। स्वामी रघुवर दास जाम्भा ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन सेवक दल के अध्यक्ष मोहन लाल खिलेरी एवं कोषाध्यक्ष सुख राम खिलेरी ने किया
Source: Barmer News