बाड़मेर. पाकिस्तान के सिंध इलाके के हिन्दुओं के इस होली पर रंग उड़े हुए है। यहां हिन्दुओं पर अत्याचार तो बढे़ है अब गरीबी पर महंगाई की मार भारी पड़ रही है।
रोजगार और विकास को तरसता यह इलाके के गरीब तबके के लिए अब आटे-दाल के भाव ही पसीने छुड़ा रहे है। सिंध विधानसभा में कई मर्तबा मामला उठने के बावजूद भी इलाके की सुध नहीं ली जा रही है।
सिंध इलाके में विकास की स्थिति खराब है। यहां मूलभूत सुविधाओं को लोग तरस रहे है। बीते दिनों से हिन्दुओं पर अत्याचार की घटनाएं भी आम है।
अब आम आदमी के लिए महंगाई की मार ने हालत पतली कर दी है। हिन्दुओं का त्यौहार होली नजदीक है और यहां पर लोगों के चेहरे के रंग उड़े हुए है। महंगाई लगातार बढऩे से लोगों के लिए आटा-दाल के भाव ही पीसने छुड़ा रहे है।
पशुपालक है अधिकांश परिवार
दलित व पिछड़े तबके के परिवार ज्यादा है। इसमें से अधिकांश अभी भी पशुपालन पर जिंदगी गुजार रहे है। दीहाड़ी मजदूरी भी इन दिनों मिलना मुश्किल होने से इन परिवारों के साथ रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। सिंध विधानसभा में मुद्दा उठने के बावजूद यहां बड़ा बदलाव नहीं आया है।
अभी यह है महंगाई की स्थिति(दाम प्रति किलोग्राम )
आटा- 55 रुपए
दाल-200 रुपए
टमाटर- 80 रुपए
आलू- 40 रुपए
सब्जियां-100 से 150 रुपए
मिर्ची पाउडर-500 रुपए
शक्कर-200 रुपए
गुड़-120 रुपए
चावल- 140 रुपए
अभी हालात खराब है
इन दिनों सिंध में हालात खराब है। पाकिस्तान पूरे में महंगाई बढ़ी हुई है। सिंध पहले से ही गरीबी का इलाका रहा है और अब तो और भी गरीब हो रहा है।
सरकार खुद ही कमजोर है तो कैसे मदद करेगी? अब ये लोग केवल पशुपालन पर जिंदा है। पशुपालकों के लिए रोजी-रोटी का संकट बढ़ रहा है।
– बाबूसिंह, अध्यक्ष ढाटपारकर सोसायटी
Source: Barmer News