जोधपुर. जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्रसिंह भाटी ने शनिवार सुबह विमंदित बच्चों के लिए न्यू कैंपस के पास टेप्से एण्ड हेप्सन केन्द्र में नए बने कक्षा कक्षों के ताले तोड़ दिए।छात्रसंघ अध्यक्ष भाटी शनिवार सुबह टेप्से एण्ड हेप्सन केन्द्र गए तो विमंदित बच्चे टिनशेड के नीचे पढ़ रहे थे। उनके लिए कोई सुविधा नहीं थी। बच्चों के लिए बने नए कक्षा कक्षों पर ताले लगे देख भाटी भडक़ गए और कक्षों पर लगे ताले तोड़ दिए। भाटी ने कहा कि कक्षों का उपयोग ही नहीं हो रहा तो इनको बनाने का कोई मतलब नहीं है।
विमंदित बच्चों के लिए विवि बनाने की मांग
एनएसयूआइ के पूर्व जिलाध्यक्ष बलदेव बेनीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भेंट कर विमंदित बच्चों के लिए महाविद्यालय बनाने की मांग की। बेनीवाल ने कहा कि महाविद्यालय बन जाए तो इस केन्द्र के विद्यार्थियों का फ ायदा होगा।
सीटें बढ़ाने की मांग को लेकर कुलसचिव का घेराव
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के संकायों में प्रवेश सीटें बढ़ाने की मांग को लेकर छात्रसंघ अध्यक्ष रविन्द्रसिंह भाटी के नेतृत्व में छात्रों ने करीब साढे तीन घंटे तक कुलसचिव का घेराव किया। इसके बाद विवि प्रशासन ने विधि संकाय को छोडकर शेष संकायों में 10 फ ीसदी सीटें बढ़ाने पर सहमति जता दी। हाईकोर्ट के निर्देशों के तहत विवि में प्रवेश प्रक्रिया के केवल 9 दिन शेष हैं। संकायों में फि लहाल 1387 सीटें रिक्त हैं। जबकि 5365 से अधिक विद्यार्थी प्रवेश से वंचित रह गए हैं। ऐसे में संकायों में सीटें बढाने की मांग को लेकर छात्रसंघ अध्यक्ष भाटी के नेतृत्व में छात्रों ने शनिवार को केन्द्रीय कार्यालय में प्रदर्शन कर मुख्य द्वार बंद कर दिया। कुलसचिव का घेराव किया और मेजें थपथपाकर चेतावनी भी दी।
विधि संकाय में नहीं बढ़ाई सीटें
प्रदर्शन के बीच कुलसचिव अयूब खान ने कार्यवाहक कुलपति प्रो. बीआर चौधरी से फोन पर कई बार बात की। कुलपति के निर्देश पर संकायों में सीटें बढाने के लिए अधिष्ठाताओं से फोन पर सहमति ली गई। विधि संकाय के अधिष्ठाता ने नियमों का हवाला देकर सीटों में बढोतरी पर आनाकानी जताई। कुलपति ने अधिष्ठाता से फोन पर वार्ता के बाद सोमवारको सीटें बढाने का आश्वासन दिया। भाटी ने सोमवार को विधि संकाय में सीटें नहीं बढाने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
1387 सीटें खाली, 5365 डिफ ाल्टर
विवि के संकायों में 1387 सीटें खाली पड़ी है। इन सीटों पर प्रवेश से वंचित डिफ ाल्टर 5365 छात्र हैं। ऐसे में 10 फीसदी सीटें बढने के बाद भी काफ ी संख्या में छात्र प्रवेश से वंचित रह जाएंगे। विवि ने इस वर्ष एसएफ एस सीटों में काफी कटौती कर दी।
Source: Jodhpur