बाड़मेर. दलित युवक की पुलिस हिरासत में मौत के मामले के शव उठाने को लेकर तीसरे दिन शनिवार दोपहर तक गतिरोध जारी है। परिजन व समाज के लोग मांगों को लेकर अड़े हुए हैं।
इस बीच जयपुर से बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन शनिवार सुबह राजकीय अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरनास्थल पर पहुंचे। यहां उन्होंने परिजन व समाज के लोगों से वार्ता भी की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया। हालांकि वार्ता सकारात्मक रही।
अब प्रतिनिधिमण्डल की दो घण्टें दुबारा विधायक मेवाराम जैन के साथ वार्ता होगी। संभवत: विधायक व प्रतिनिधिमण्डल के साथ होने वाली वार्ता में नतीजा निकल सकता है।
पूर्व में 2 बार हुई वार्ता
शनिवार को धरनास्थल पर बैठे दलित संगठनों के प्रतिनिधिमण्डल की अलग-अलग दौर में एडीजी, आईजी व जिला कलक्टर के साथ 2 बार वार्ता हुई। सकारात्मक वार्ता होने के बावजूद भी निर्णय नहीं निकला है।
पीडि़त परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा व आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाए। इसके बाद ही शव का पोस्टमार्टम करवाएंगे।
यह है मामला
बाड़मेर शहर के हमीरपुरा निवासी जितेंद्र (27 ) पुत्र ताराचंद को ग्रामीण थाना पुलिस बुधवार को चोरी के पाइप खरीदने के संदेह पर पूछताछ के लिए थाने लेकर आई थी।
जहां पूछताछ के बाद बिना गिरफ्तार किए थाने में रखा और अचानक तबीयत बिगडऩे से गुरुवार को उसकी मौत हो गई थी। परिजनों की रिपोर्ट पर थानाधिकारी सहित अन्य स्टाफ के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हुआ।
Source: Barmer News