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बालोतरा. नगर व क्षेत्र में मौसमी बीमारियों के प्रकोप पर आमजन की हालत खस्ताहाल हो रखी है। चिकित्सालय खुलने से पूर्व मरीज यहां उमडऩे शुरू होते हैं, इसके बंद होने तक इनके आने का सिलसिला जारी रहता है। मरीजों की उमड़ रही भीड़ पर इनकी जांच कर उपचार करने पर चिकित्सक स्वयं राहत को तरस गए हैं।

एक सप्ताह में मौसम में बड़े परिवर्तन पर मौसमी बीमारियों ने अपने पांव पसार लिए है। किसी दिन गर्मतो किसी दिन सर्दीहवाएं चलने पर मौसमी बीमारियों ने लोगों को जकड़ लिया है। जुकाम, खांसी, उल्टी, सिर, बदन, पैर दर्द, बुखार आदि रोग से बड़ी संख्या में ग्रस्त मरीज उपचार के लिए सरकारी, निजी चिकित्सालय पहुंच रहे हैं। इस पर हालत यह है कि चिकित्सालय खुलने से पहले ही चिकित्सकों के कक्ष के आगे मरीजों की कतार लगती है।

चिकित्सक के पहुंचने के बाद कक्ष अंदर व बाहर से मरीजों से खचाखच भर जाता है। भीड़ पर मरीजों को अधिक समय तक पैरों पर खड़े रहकर बारी आने का इंतजार करना पड़ता है। इससे बीमार मरीजों की हालत ओर अधिक खराब हो जाती है। घंटों इंतजार के बाद भी कईजनों के बारी नहीं आती है।

इस पर ये उपचार के लिए चिकित्सक निवास पहुंचते हैं, लेकिन यहां पहले से ही मरीजों की कतार लगी होती है। चिकित्सालय व घरों में सुबह-शाम उमड़ रहे मरीजों पर इनकी जांच कर उपचार करने के काम में व्यस्त चिकित्सकों के लिए स्वयं के लिए समय निकालना मुश्किल हो गया है। इस पर वे भी राहत को तरस गए हंै।

ओपीडी हुई दुगूनी-

नगर के राजकीय नाहटा चिकित्सालय में सामान्य दिनों में उपचार के लिए 350 से 400 मरीज पहुंचते हैं। लेकिन मौसमी बीमारियों के प्रकोप पर अब इनकी संख्या बढ़कर दुगूनी हो गई। जानकारी अनुसार 27 फरवरी को चिकित्सालय में 860 मरीज, 28 को 908, 29 को 876, 1 मार्च रविवार को 380, 2 मार्च सुबह 11 बजे तक 416 मरीज उपचार के लिए पहुंचे।

व्यू-

मौसमी बीमारियों का प्रकोप है। बुखार, खांसी, जुकाम के मरीज अधिक है। इससे ओपीडी अधिक बढ़ी है। उपचार की सुविधा उपलब्ध करवाईजा रही है।

– डॉ. बलराजसिंह पंवार, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी नाहटा अस्पताल बालोतरा

Source: Barmer News

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