अविनाश केवलिया/जोधपुर. डिफेंस रेंज में एक और ओवरब्रिज की कवायद शुरू की गई है। जयपुर रोड पर यह ओवरब्रिज बनाड़ के समीप रेलवे फाटक पर प्रस्तावित है। लेकिन खास बात यह है कि पहले से ही दो ओवरब्रिज सुरक्षा मुद्दे को लेकर अटके हुए हैं। ऐसे में तीसरे ओवरब्रिज के सर्वे पर भी राशि खर्च करने की तैयारी है। इसके बनाने में भी कई विभागों का समन्वय होने का दावा किया जा रहा है। जोधपुर विकास प्राधिकरण की ओर से एक ओर ओवरब्रिज की प्लानिंग की जा रही है।
इसके बाद बनाड फाटक संख्या सी- 160 पर यह ओवरब्रिज प्रस्तावित है। इसके लिए व्हीकल सर्वे और प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट पर 2 लाख खर्च किए जाएंगे। इसके बाद तय होगा कि इस ओवरब्रिज बनाने को बनाने के लिए फंड कहा से आएगा। रेलवे भी इस ओवरब्रिज के लिए कुछ राशि दे सकता है। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती डिफेंस की आपत्तियों का समाधान होगा। इससे पहले शहर में दो ओवरब्रिज इन्हीं आपत्तियों के कारण अटके पड़े हैं।
यह पहले से ही अटके हुए
1. बीजेएस ओवरब्रिज – 72 करोड़ की लागत से बनने वाला एच शेप ओवरब्रिज पिछले छह माह से अधिक समय से अटका पड़ा है। इसको शुरू हुए करीब डेढ़ साल का समय हो चुका है। सेना की आपत्ति के बाद इसे ओवरब्रिज के मुख्य जयपुर मार्ग पर निर्माण को शुरू नहीं किया जा सका है। यह निर्माण भी जेडीए की ओर से करवाया जा रहा है।
2. करवड़ ओवरब्रिज – आइआइटी परिसर से पहले पीडब्ल्यूडी एनएच विंग की ओर से नागौर हाइवे पर बनाया गया ओवरब्रिज बनने के बाद से शुरू ही नहीं हो पा रहा है। इसमें भी तकनीकी खामी बताकर सुरक्षा के साथ खिलवाड़ की आपत्तियां डिफेंस की ओर से दी गई है।
अब जयपुर रोड पर फिर से प्रस्तावित
बनाड़ फाटक पर जो ओवरब्रिज प्रस्तावित किया गया है। उसके आस-पास भी डिफेंस क्षेत्र है। आयुध डिपो सहित अन्य निर्माण हो रखे हैं। यहां ग्राउंड फ्लोर से ऊपर की मंजिल का आवासीय निर्माण भी सेना की आपत्तियों के कारण रोक दिए जाते हैं। अधिशासी अभियंता घनश्याम पंवार ने बताया कि जनरल एरेंजमेंट ड्राइंग व ट्रैफिक सर्वे पर 2 लाख की राशि खर्च होगी। रेलवे व जेडीए इसमें शामिल होकर ओवरब्रिज निर्माण करवा सकता है।
Source: Jodhpur