अमित दवे/जोधपुर. कोरोना वायरस के असर से जोधपुर के हैण्डीक्राफ्ट निर्यात में करीब 50 करोड़ रुपए की गिरावट दर्ज की जा सकती है। अमरीका और यूरोप के विदेशी ग्राहकों ने नए ऑर्डर कम कर दिए हैं। हालात यही रहे तो आने वाले समय में हैण्डीक्राफ्ट्स उद्योग के सामने संकट खड़ा हो सकता है। चीन के साथ दुनिया के 70 से अधिक देशों में कोरोना वायरस फैलने से फ रवरी माह के दौरान मैन्यूफैक्चरिंग निर्यात में 50 अरब डॉलर की कमी आई है। यह आशंका यूनाइटेड नेशन कांफ्रेंस ऑन ट्रेड एंड डेवलपमेंट (अंकटाड) की ओर से जाहिर की गई है। अंकटाड के मुताबिक भारतीय व्यापार पर इस अवधि में 34.8 करोड डॉलर का असर पड़ सकता है।
दिल्ली फेयर को लेकर चिंता
एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फ ोर हैण्डीक्राफ्ट (इपीसीएच) की ओर से 19 से 22 अप्रेल से आयोजित होने वाले दिल्ली फेयर को लेकर भी निर्यातकों में चिंता दिखाई दे रही है। कई निर्यातकों ने बताया कि उनके सभी विदेशी ग्राहकों ने फेयर मे आने से मना कर दिया है। दिल्ली व नोएडा में कोरोना वायरस का मामला पाए जाने से निर्यातकों की चिंता और बढ़ गई है। हालांकि इपीसीएच द्वारा निर्यातकों को फेयर में कोरोना वायरस से बचाव के सारे उपाय के आश्वासन दिया गया है। इपीसीएच विदेशी बायरों को नमस्ते इंडिया की पहल पर आमंत्रित कर रही है।
इन उद्योगों पर पड़ा असर
कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर राज्य के हैण्डीक्राफ्ट्स, ज्वैलरी, केमिकल, लेदर, बोन एण्ड होर्न, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल आदि उद्योगों पर पड़ा है।
इनका कहना है
यह समय व फेयर इंडिया के लिए महत्वपूर्ण है। कोरोना वायरस चीन में फैला है। चीन के डर से हम अपने आप को बीमारु देश घोषित कर देंगे तो आने वाले समय में भारतीय निर्यात उद्योग पर असर पडेगा। इपीसीएच फेयर को सफल बनाने के प्रयास कर रही है। आगामी 20 मार्च को इपीसीएच की रिव्यू मीटिंग होगी, जिसमें उस समय की स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा।
– राकेशकुमार, डायरेक्टर जनरल, इपीसीच
दिल्ली फेयर को लेकर निर्यातक कन्फ्यूज्ड है। एसोसिएशन के पास कई क्वेरी इस संबंध में आ चुकी है। इस संबंध में इपीसीएच को बताया जा चुका है। फेयर पर अंतिम निर्णय इपीसीएच द्वारा ही लिया जाएगा।
– डॉ भरत दिनेश, अध्यक्ष, जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन
Source: Jodhpur