Posted on


बाड़मेर. मुख्यमंत्री की बालोतरा यात्रा के दौरान अजीबोगरीब स्थिति नजर आई। मुख्य सड़क पर कुछ युवा नारेबाजी कर रहे थे, उन्हें देख पुलिस वालों को विरोध का अंदेशा लगा तो वे वीडियोग्राफी करते हुए उनकी तरफ बढ़े। पुलिस को आते देख युवा वहां से भाग खड़े हुए तो अशोक गहलोत भी सकपका गए। बाद में सबको माजरा समझ में आया कि ये लड़के तो मुख्यमंत्री जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। अशोक गहलोत ने उनको अपने पास बुलाया और आत्मियता से मिले।

पहले मुख्यमंत्री व बाद में युवा सकपकाए-राघवदास आश्रम सड़क के दूसरी ओर बड़ी संख्या में खड़े बालकों व युवाओं को देख एक बारगी मुख्यमंत्री सकपका गए। इनके हवा में हाथ खड़े कर नारे लगाने पर पुलिस के भी हाथ पांव फूल गए। कुछ पुलिसकर्मी मोबाइल निकाल वीडियो बनाने लगे तो खड़े बालक एवं युवा भागने लगे। इस पर मुख्यमंत्री ने रैलिंग पर चढ़ इन्हें बुलाया। पास आए युवाओं ने उनसे हाथ मिलाकर अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे लगाए। मुख्यमंंत्री बड़ी आत्मीयता से इनसे मिले।

संतों व प्रबुद्धजनों ने मृतकों को दी श्रद्धांजलि-शोक सभा में शामिल महंत राघवदास, कनाना महंत परशुरामगिरी, समदड़ी बगेची गादीपति नरसिंगदास, मुकनदास, सुनील परिहार जोधपुर, नगर परिषद सभापति सुमित्रा जैन, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रभा सिंघवी, भजन गायक प्रकाश माली, कनाना सरपंच चैनकरण राठौड़, सिरेमल जांगिड़, बजरंग पालीवाल, नेनाराम सुंदेशा, धनराज घांची, देरावसिंह पंवार, श्याम सैन, माणकचंद कच्छवाह, अचलचंद गहलोत, मुकेश चौहान ने विचार व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी। परिवार सदस्यों को हिम्मत रखने की बात कही। संचालन राजेन्द्र गहलोत ने किया।

यह भी पढ़ें

मुख्यमंत्री गहलोत ने चार माह में दूसरी बार किया रिफाइनरी के कार्यों का अवलोकन

– समय पर गुणवत्तापूर्ण कार्य पूरा करने के दिए निर्देश
बालोतरा.देश के सबसे बड़े प्रोजेक्ट पचपदरा रिफाइनरी के कार्यों का सोमवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दूसरी बार अवलोकन कर समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने करीब 2.30 घंटे तक रिफाइनरी क्षेत्र में रहे, उन्होंने 1 घंटा 15 मिनट तक समीक्षा बैठक में कार्यों की गुणवत्ता व प्रगति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने बैठक के बाद हेलीपेड जाने के दौरान चलती गाड़ी में कार्यों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान सबसे खास बात यह रही कि पिछली समीक्षा बैठक में पचपदरा विधायक को शामिल नहीं किए जाने से उभरी नाराजगी के बाद इस बार विधायक को बैठक में शामिल किया गया। विधायक प्रजापत को मुख्यमंत्री के पास बिठाया गया। समीक्षा बैठक में शामिल होने वाले लोगों की सूची में जिले के सभी सात विधायकों के नाम भी शामिल थे, लेकिन हरीश चौधरी व मदन प्रजापत के अलावा कोई विधायक इसमें शामिल नहीं हुआ।

Source: Barmer News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *