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बाड़मेर जिले के बालोतरा कस्बे में कोरोना रोग प्रकोप को लेकर शुक्रवार को शहर व क्षेत्र में खास से आम लोग अधिक जागरूक नजर आए। लोगों के घरों से आम दिन की तरह बाजारों में नहीं निकलने पर भीड़भाड़ व रौनक कम नजर आई। रोग बचाव को लेकर लोगों ने मुंह पर रुमाल व मास्क लगाया। इससे इनकी बिक्री खूब हुई। इनकी अधिक मांग पर बाजार व मेडिकल की दुकानों पर मॉस्क व सेनेटराईजेशन खत्म हो गए। वहीं रोग के बारे में जानकारी को लेकर छोटे से बड़े लोग सोशल मीडिया व टीवी से चिपके रहे।
कोरोना रोग प्रकोप को लेकर शुक्रवार को लोग, गत दिनों की अपेक्षा अधिक जागरूक नजर आए। सरकारों के संचार माध्यमों से बार बार लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने की अपील पर, लोग आम दिनों की अपेक्षा कम बाहर निकले। घरों, कार्यालयों व कार्य स्थलों, दुकानों, प्रतिष्ठानों में ही पूरे दिन बैठे रहे। रोग से बचाव को लेकर खास से आम लोगों ने इस दिन मुंह पर रुमाल व मॉस्क लगाया। इससे इनकी बिक्री खूब हुई। दोपहर बाद नगर की अधिकांश दवाईयों की दुकानों पर मॉस्क व सेनेटराईज खत्म हो गए। इस पर परेशान लोग एक से दूसरी व यहां से तीसरी-चौथी दुकान पर घूमते-फिरते नजर आए। लेकिन इन्हें मॉस्क व सेनेटराईज नहीं मिले। इस पर लोग निराश नजर आए। मॉस्क व सेनेटराईजन की बढ़ी मांग पर दवाईविक्रेताओं ने बड़ा आर्डर देकर इन्हें मंगवाया। दूसरी ओर रोग के फैलने की जानकारी को लेकर पूरे दिन लोग सोश्यल मीडिया व टेलीविजन से चिपके रहे। देश, प्रदेश में कोरोना के कितने नए रोगी सामने आए, कितने स्वस्थ होकर घरों को लौटे, रोग नियंत्रण को लेकर क्या प्रयास किए जा रहे हैं, देश, प्रदेश के कौन कौन से महानगर, नगर बंद किए गए, आदि आदि जानकारी के लिए लोग सोश्यल मीडिया व टेलीविजन सैट पर नजरें गड़ाए बैठे रहे। बहुत से लोग रोग के लक्षण, बचाव व उपचार को लेकर समूह में चर्चाकरते दिखाईदिए। दोपहर बाद सोश्यल मीडिया पर प्रदेश के भीलवाड़ा में कोरोना रोग के एक दर्जन नए मरीज सामने आने व एक चिकित्सक के रोग ग्रस्त होने के समाचार को लेकर लोग अधिक चिंतित, परेशान नजर आए। इसके बाद लोगों ने घरों में कैद होना उचित समझा। इस पर नगर के मार्गों व बाजारों की शाम की रौनक गायब हो गई।

Source: Barmer News

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