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भवानीसिंह राठौड़@ बाड़मेर. आरओ प्लांट लगना तो ग्रामीणों के लिए था लेकिन सरपंच को गांव में कौन कहे? अपने ही घर पर लगा दिया। दो प्लांट वहां लगा दिए जहां बिजली का कनेक्शन नहीं। मनरेगा में भी मनमर्जी एेसी कि मृतक के नाम मजदूरी दर्शा दी। नियमित कॉलेज जाने वाले छात्र भी मजदूरी कर रहे हंै। शिव पंचायत समिति की राजड़ाल ग्राम पंचायत में अनियमितताओं की शिकायत लोकायुक्त व कलक्टर को होने के बाद जांच में 11 लाख 69 हजार की वसूली सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी के नाम निकाली गई है।

12 आरओ खरीदे, एक सरपंच के घर लगाया

जांच रिपोर्ट के अनुसार ग्राम पंचायत ने एसएफसी पंचम के तहत 12 आरओ की स्वीकृति जारी की। इसमें 12 लाख रुपए खर्च हुए है। यहां सरपंच ने बस स्टेण्ड खुड़ाल पर आरओ स्वीकृत कर अपने घर लगा दिया। वहीं मदरसा व गोमटियों की ढाणी स्कूल में दो आरओ लगाए गए, जबकि स्कूल में विद्युत व्यवस्था नहीं है।

मृतक व नियमित छात्र मजदूर
अमरा खान को नरेगा के तहत टांका निर्माण में 20 अगस्त 2018 से मजदूर बताया है, जबकि उसकी मौत 6 मई 2018 को हो गई। ऐसे में मृतक मजदूर बन गया। वहीं महेश कुमार को वर्ष2016 में मजदूर बताया गया है, जबकि वह पीजी कॉलेज का नियमित छात्र है। इसी तरह वार्ड पंच को भी नरेगा में मजदूरी दी गई है।

दुबारा जांच करवाई जाए

मामले की दुबारा जांच का आग्रह किया है। पहली जांच रिपोर्ट सही नहीं है। अब कमेटी गठित की गई है। अनियमितता नहीं बरती गई है।- हुकमीचंद, सरपंच राजड़ाल

– नियमानुसार होगी कार्रवाई
यह प्रकरण मेरे ध्यान में है। जांच करवाई गई है। उसमें वसूली निकाली गई है। सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी के नाम वसूली के नोटिस भी जारी हुए र्हं। नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। – चिदंबरा परमार, विकास अधिकारी, पंचायत समिति, शिव

Source: Barmer News

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