जोधपुर। चंडीगढ़ पीजीआई ( Chandigarh PGI Hospital ) में भर्ती बीमार पिता के पास पहुंचने के लिए मुंबई से साइकिल पर रवाना हुए जम्मू के राजौरी निवासी मोहम्मद आरिफ को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने 4 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश की सरहद पार करवाकर आखिरकार पिता वजीर हुसैन से मिलवा ही दिया। सीआरपीएफ ने देश भर में अपनी इकाइयों के साथ स्थानीय पुलिस की भी मदद ली। हुआ यूं कि राजौरी जिले के पंजिग्रन के किसान वजीर हुसैन 60 को ब्रेन स्ट्रोक के बाद सीआरपीएफ (CRPF) की 72वीं बटालियन के डॉक्टर की सलाह पर पवन हंस हेलीकॉप्टर से चंडीगढ़ स्थित पीजीआई अस्पताल शिफ्ट किया गया।
बीमारी की सूचना पर साइकिल से चंडीगढ़ रवाना हो गया बेटा
इसी बीच वजीर की पत्नी ने मुंबई में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहे बेटे आरिफ को पिता की बीमारी की सूचना दी, तो आरिफ साइकिल से चंडीगढ़ रवाना हो गया। पता चलते ही सीआरपीएफ (CRPF) ने महाराष्ट्र (Maharashtra), गुजरात (Gujarat), राजस्थान (Rajastahan) और पंजाब (Punjab) में तैनात अधिकारियों की सहायता से आरिफ को अहमदाबाद में रोका और खाना, पैसे, मास्क, सैनिटाइजर देकर जोधपुर जा रहे एक ट्रक में बैठाया।
जोधपुर में आरिफ को रोककर खाना खिलाया
जोधपुर में डांगियावास के पास सीआरपीएफ ने ट्रक में सवार आरिफ को फिर रोककर खाना खिलाया और नागौर रोड स्थित करवड़ थाना पुलिस की सहायता से चंडीगढ़ जाने वाले ट्रक में बैठा दिया। इस ट्रक में बैठकर आरिफ मंगलवार शाम को चंडीगढ़ स्थित पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भर्ती पिता वजीर हुसैन के पास पहुंच गया।
सीआरपीएफ ने आरिफ को महाराष्ट्र से ट्रेस किया। जोधपुर में उसे मास्क, सैनिटाइजर, भोजन सहित अन्य सुविधाएं दी गई। वह सकुशल पिता के पास पहुंच गया। मोहन प्रकाश, कमांडेंट, आरटीसी सीआरपीएफ, जोधपुर
मेरे पिता की तबीयत में सुधार है। चंडीगढ़ में भी सीआरपीएफ ही उनकी देखभाल कर रही है। मैं उनका एहसान कभी नहीं भूलूंगा।
मोहम्मद आरिफ
फोटो प्रतीकात्मक
Source: Jodhpur