बाड़मेर. लाॅकडाउन के चलते पत्रिका टीम ने गुरूवार को जिला मुख्यालय के आसपास के गांवों का जायजा लिया। यहां चारों और सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ मिला। किराना, सब्जी व दवाई की दुकानों के अलावा बाजार में अन्य दुकानें बंद मिली। ईक्का दुक् का लोग बाजार में घूमते हुए नजर आए। यहां हर तरफ सोशल डिस्टेंस नजर आया।
सड़कों पर सन्नाटा, कंट्रोल रूम चौकस
दोपहर 2 बजे के करीब टीम विशाला गांव पहुंची। यहां चैराहे पर एक दो किराना व सब्जी की दुकाने खुली मिली। बाकी गांव में सब लोग घरों में नजर आए। मोटर साइकिल की आवाज की सुनकर 4.5 कर्मचारी मोटर साइकिल के पास पहुंचे। टीम से पुछा कि कहां से आए हो शिक्षक हो क्या।
अगले पल कैमरा देखते ही समझ गए कि मीडिया से है। टीम ने जब कर्मचारियों से गांव की स्थिती पुछी तो बताया कि कुछ बाहरी शिक्षक गांव में आए हुए उनकी सूची प्रशासन को दे रहे है। आप लोग गांव में नए आए इसलिए पुछताछ की जा रही है। कंट्रोल रूम पर सभी कार्मिक मुस्तैद नजर आए।
दुकानदार ग्राहकों के हाथ करवा रहे सैनेटाइज
गांव के चैराहे पर किराने की दुकान पर दुकानदार ग्राहकों को हाथोें को धुलवा रहे है। इसके बाद ग्राहकों को सोशल डिस्टेंड के साथ सामान दे रहे है।
बैंक पर लगी कतारे
गांव में बैंक के आगे ग्राहकों की भीड़ उमड़ी हुई मिली। टीम को देखकर बैंक कार्मिकों ने लोगों को दूरी बनाकर खड़ा रहने के निर्देश दिए। इसके अलावा गांव में सभी दुकानें बंद पाई गई।
यहां भी नजर आई खामोशी
इससे पहले पत्रिका टीम ने गेंहू, लूणू, भादरेश, चूली, जालीपा गांवों की स्थिती देखी। सब जगह लाॅकडाउन का असर नजर आया।
Source: Barmer News