बाड़मेर. लाॅकडाउन के दौरान बाजार में भीड़ को कम करने के लिए जिला प्रशासन ने शहर के अलग अलग स्थानों पर किराने की दुकानों को चयनित किया जो कि फोन पर ऑर्डर देने पर घर पर सामान पहुंचाएंगे। लेकिन शहर वासियों को ये योजना रास नहीं आई।
ऐेसे में अधिकांश आज भी स्वयं खरीददारी के लिए पहुंच रहे है। रविवार को पत्रिका टीम ने चयनित दुकानों की की स्थिती का पता लगाया तो पता चला कि चुनिंदा ग्राहकों ने ही इस योजना का उपयोग किया है।
इन दुकानों पर जानी स्थिती
टीम ने शहर के पुरानी सब्जी मंडी, सदर बाजार, गांधी चैक, स्टेशन रोड, नेहरू नगर, सिणधरी चैराहा व महावीर नगर इलाकों में दुकानों पर पता किया तो अधिकांश दुकानों दारों ने बताया कि गिनती के ग्राहकों ने फोन पर सामान मंगवाया। अन्य लोग स्वयं आकर सामान खरीद रहे है।
43 दुकानों को किया था अधिकृत
प्रशासन ने शहर के विभिन्न इलाकों में 37 किराने की दुकानों को अधिकृत किया। साथ ही 6 दूध डेयरी दुकानों को अधिकृत किया था। हालांकि दूध अधिकांश दुकानों से घर घर सप्लाई दी जा रही है।
जान पहचान वालों ने ही मंगवाया सामान
पड़ताल में ये बात सामने आई कि जिन लोगों ने किराना की दुकान से सामान मंगवाया है वो जान पहचान वालांे ने ही मंगवाया है। नए ग्राहकों ने सामान नहीं मंगवाया।
जागरूकता की कमी
प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के दौरान भीड को कम करने के लिए यह योजना चलाई लेकिन जागरूकता की कमी के चलते लोगों ने इस योजना में दिलचस्पी नहीं दिखाई। ऐसे में योजना प्रभावी साबित नहीं हुई।
Source: Barmer News