दलपत धतरवाल.
बालोतरा. पचपदरा तहसील के सांभरा गांव में 43 हजार करोड़ की लागत से बनने वाली देश की पहली बीएस-६ मानक की रिफाइनरी निर्माण (Refinery construction ) कार्य एक माह बाद सोमवार से शुरु हो जाएगा। केन्द्र सरकार की ओर से लॉक डाउन 3 मई तक बढ़ाए जाने के बाद प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस (Corona virus) के प्रभाव की समीक्षा के बाद २० अप्रेल से मॉडिफाइड लॉकडाउन लागू करने का निर्णय लिया है।
इस मॉडिफाइड लॉक डाउन ( Modified lock down) में औद्योगिक परियोजनाओं (Industrial projects) के निर्माण कार्यों को अनुमत किया गया। पचपदरा रिफाइनरी का निर्माण ग्रामीण क्षेत्र में किया जा रहा है। मॉडिफाइड लॉक डाउन की गाइड लाइन जारी होने के बाद रिफाइनरी निर्माण की कार्यकारी एजेंसी एचआरआरएल (एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड) ने जिला प्रशासन को प्रस्ताव भी सौंप दिया।
प्रस्ताव में केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से जारी निर्देशों की किस तरह से पालना की जाएगी। उन सभी बिंदुओं का प्रशासन को सौंपे प्रस्ताव में किया गया।
फैक्ट फाइल-
43129 करोड़- रिफाइनरी की लागत
3000 करोड़- रिफाइनरी कार्य में अब तक हुए खर्च
20 हजार 85 करोड़ की अब तक जारी की गई निविदाएं
40 हजार करोड़ के अभी तक बकाया है काम
जनवरी 2018 में हुआ कार्य शुभारंभ
वर्ष 2022 तक निर्माण का लक्ष्य
रिफाइनरी से संबंधित वाहनों को मिलेंगे पास-
सरकार की ओर से औद्योगिक परियोजनाओं के निर्माण को अनुमत किए जाने के साथ जिला प्रशासन को पास जारी करने के निर्देश जारी किए है। जिला कलक्टर ने रिफाइनरी प्रोजेक्ट से संबंधित कार्य में संचालित होने वाले वाहनों की अनुमति जारी करने के लिए बालोतरा उपखंड अधिकारी को अधिकृत किया है। अब उपखंड अधिकारी की ओर से रिफाइनरी निर्माण में लगी कंपनियों में संचालित होने वाले वाहनों को पास जारी करेंगे।
एक माह बाद फिर लौटेगी रौनक-
वैश्विक महामारी कोरोना के प्रकोप के चलते देश में पिछले एक माह से लॉक डाउन लागू है। प्रधानमंत्री की ओर से 22 मार्च को स्वैच्छिक लॉक डाउन का एलान करने से रिफाइनरी में २१ मार्च को पूरा कामकाज बंद हो गया। 22 मार्च के बाद फिर से सरकार ने 14 अप्रेल तक लागू डाउन बढ़ा दिया था। 14 अप्रेल से पहले केन्द्र सरकार ने एक बार और 3 मई तक लॉक डाउन बढ़ा दिया। इससे रिफाइनरी में २१ मार्च से निर्माण कार्य पूरी तरह से बंद है। रिफाइनरी व आसपास के पूरे क्षेत्र में सन्नाटा पसरा हुआ था। अब सरकार की ओर से रिफाइनरी कार्य को अनुमत किए जाने से पूरे क्षेत्र में रौनक लौटेगी।
एचआरआरएल ने प्रशासन को सौंपा प्रस्ताव-
एचआरआरएल की ओर से बालोतरा उपखंड अधिकारी को सौंपे गए प्रस्ताव में बताया कि कार्यस्थल पर अधिकारियों, श्रमिकों व अन्य लोगों की तापमान जांच के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी। कार्यस्थल पर श्रमिकों के लिए सैनेटाइजर्स उपलब्ध करवाए जाएंगे। कार्यस्थलों पर पारियों के बीच रखे जाने वाले अंतराल, सामाजिक दूरी को सुनिश्चित करने के लिए बनाई योजना का जिक्र किया गया। इसके अलावा श्रमिकों को एक स्थान पर एकत्रित नहीं होने दिया जाएगा। कार्यस्थलों को निर्धारित समय के बाद सेनेटाइज किया गया। इन सभी सुरक्षा तथ्यों को प्रस्ताव में शामिल किया गया।
व्यू-
कोरोना वायरस के प्रकोप को लेकर ग्रामीणों में भय है। कड़े सुरक्षा प्रबंधों का इंतजाम किया जाए। रिफाइनरी चार दीवारी के बाहर अस्थाई केंपों में रहने वाले लेबर को अन्यत्र शिफ्ट किया जाएं, ताकि वे स्थानीय ग्रामीणों के संपर्क में न आएं। प्रशासन सुरक्षा इंतजामों की नियमित मॉनिटरिंग करें, ताकि कोई लापरवाही नहीं बरतें।
– लीला हुड्डा, सरपंच ग्राम पंचायत सांभरा
केन्द्र सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन में भी सुरक्षा मापदंडों से २० अप्रेल से कार्य शुरु हो जाएगा। प्रशासन रिफाइनरी प्रोजेक्ट से जुड़े वाहनों को पास जारी करेगा। एचआरआरएल ने प्रशासन को गाइड लाइन फॉलो करने का पूरा प्लान दिया है।
– विश्राम मीणा, जिला कलक्टर बाड़मेर
Source: Barmer News