जोधपुर. लॉकडाउन में मारवाड़ के ऐसे कई अधिकारी-कर्मचारी हैं, जो अपने घरों से दूर रहकर अपने पदस्थापित क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे हैं। जोधपुर के तुलसा राम सीरवी धरोनिया झालरापाटन झालावाड़ में प्रिंसिपल पद पर पदस्थापित हैं। सीरवी वर्तमान में झालावाड़ के सबसे ज्यादा संक्रमित कोराना प्रभावित क्षेत्र पिड़ावा उपखंड में ब्लॉक समन्वयक के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। इनके साथ जेडीए जोधपुर से स्थानांतरित एसडीएम श्रवणसिंह राजावत और पुलिस उपाधीक्षक धनाराम चौधरी ने भी मोर्चा संभाल रखा है।
11 क्वारंटाइन केन्द्र के प्रभारी
सीरवी पिड़ावा उपखंड मुख्यालय के कफ्र्यू क्षेत्र में घर-घर दूध, सब्जी, फ ल, दवा, राशन वितरण की मॉनिटरिंग के साथ 11 क्वारंटाइन केंद्रों के प्रभारी के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि समन्वयक के रूप में टीम भावना से काम करने से संक्रमण सीमित हुआ है। पिड़ावा मध्यप्रदेश सीमा से लगता हुआ है इसलिए अंतरराज्यीय सीमा से सावधानी रखनी और जरूरी हो जाती है क्योंकि एमपी का उज्जैन और इंदौर भी कोरोना प्रभावित है। ये क्वारंटाइन केंद्र पर संक्रमितों के परिजनों को प्राणायाम और योग भी करवा रहे हैं।
कोराना को हराना है, एनवर्सरी तो अगले साल मना लेंगे
सीरवी ने बताया कि 26 अप्रेल को इनकी शादी के 13 वर्ष पूरे हुए हैं। उन्होंने बताया कि मेरे लिए मानव को बचाना जरूरी है। शादी की सालगिरह तो अगले वर्ष भी मना लेंगे। इनकी पत्नी, बेटा व परिवार जोधपुर में सुरक्षित है।
बिना संसाधनों के ड्यूटी कर रहे कोरोना वॉरियर्स, संक्रमण का खतरा
लॉकडाउन में भी ड्यूटी दे रहे जलदाय विभाग के सैकड़ों कार्मिकों के पास कोरोना से बचने के लिए आवश्यक संसाधन ही नहीं है। ड्यूटी के दौरान उनको संक्रमित होने का डर भी रहता है लेकिन विभागीय स्तर पर अभी तक एक बार भी जलदाय विभाग के कार्मिकों की स्क्रीनिंग तक नहीं हुई। जबकि शहर में पूर्व में पुलिसकर्मी, होमगार्ड जवान व एक नर्सिंगकर्मी तक कोरोना पॉजिटिव आ चुके है। ऐसे में ड्यूटी के दौरान जलदाय विभाग के कार्मिकों को भी संक्रमित होने का डर रहता है।
Source: Jodhpur