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बाड़मेर. रिफाइनरी के साथ ही पेट्रो केमिकल कॉम्पलैक्स की सौगात बाड़मेर को मिली है और इसके लिए करीब 6000 करोड़ रुपए आगामी दो साल में खर्च होंगे। यहां 29 यूनिट लगेंगी जो पेट्रोल के सह उत्पाद के लिए होंगी। रिको की ओर से 1500 बीघा जमीन बोरावास कलावा के पास में आरक्षित की गई है,जहां औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए सर्वे किया जा रहा है।

बाड़मेर में 9 मैट्रिक टन की रिफाइनरी के साथ ही पेट्रोकेमिकल कॉम्पलैक्स की घोषणा 2013 में हो गई थी लेकिन रिफाइनरी के साथ यह कार्य भी लंबित हो गया। रिफाइनरी के कार्य शुभारंभ के बाद 1586 करोड़ के काम हुए हैं तो अब पेट्रो केमिकल कॉम्पलैक्स के लिए भी आगामी दो साल में 6000 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना एचपीसीएल ने बनाई है।

इसके तहत 4.8 मेट्रिक टन की वेक्यूम यूनिट, 1.8 मेट्रिक टन की नेफ्था हाइड्रो ट्रीटमेंट यूनिट, 4.1 मेट्रिक टन की डीजल हाइड्रो यूनिट, 3.5 मेट्रिक टन की गैस और ऑयल यूनिट मुख्य रूप से लगेंगी।

छह उत्पाद मुख्य

कू्रड के रिफाइनरी होने पर पेट्रोल, डीजल, केरोसिन, गैस और डामर मुख्य उत्पाद होंगे। इनके अलावा प्लास्टिक उत्पाद व मोम भी मुख्यतया रहेगा।

बोरावास-कलावा में औद्योगिक हब

रिफाइनरी से जुड़े औद्योगिक हब के लिए रिको की ओर से 1500 बीघा जमीन बालोतरा के बोरावास-कलावा के पास में आरक्षित की गई है। इसके लिए जामनगर रिफाइनरी की तर्ज पर कौन-कौन से उद्योग लग सकते र्हं इस पर सर्वे कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।

पचपदरा-जोधपुर रोड का होगा विकास

बीते दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र सरकार से पेट्रो केमिकल कॉम्पलैक्स की संभावना के मदद्ेनजर जोधपुर-पचपदरा रोड को सिक्स लेन करने की मांग की है।

मुख्यमंत्री ने औद्योगिक परिवहन के भार का जिक्र करते हुए इस मार्ग को सिक्सलेन शीघ्र करने का कहा है ताकि पेट्रो केमिकल्स कॉम्पलैक्स का कार्य द्रुतगति से हो।

Source: Barmer News

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