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बाड़मेर. एक तरफ जहां कोरोना संकट के चलते बाजार में लॉकडाउन है वहीं दूसरी ओर बरसात के साथ आई तूफानी आंधी ने कच्चे घर की छत को भी चकनाचूर कर दिया। गनी मत रही कि ईंटों के कमरों पर लगे सीमेंट के चद्दर उडक़र बाहर खेत की तरफ जा गिरे, वरना अंदर बैठे परिवार के सदस्यों को भी नुकसान झेलना पड़ता। शनिवार रात बिगड़े मौस म तंत्र ने चौहट न के घोनिया गांव की सरहद में एक घर के तीन ईंटों के कमरों के ऊपर लगे सीमेंट के चद्दर ही उखडक़र उड़ गए। चद्दर के कुछ टूकड़े गिरने से एक बच्ची के हथेली व अंगुलियों में चोटें आई। चनणाराम पुत्र करनाराम सुथार की आवा सीय ढाणी में बने कच्चे आवास में लगे सीमेंट के 14 चद्दरे पूरी तरह से टूट गए, वहीं घर मे सो रही 5 माह की मासूम के हाथ मे भी चोट आने से हाथ लहूलुहान हो गया। परिजन ने अस्प ताल पहुंचकर मासूम का प्राथमिक उपचार करवाया। चनणराम ने बताया कि अब उनके घर में मात्र एक झोंपा ही शेष बचा है। परिवार में आठ सदस्य है, प्रधान मंत्री आवास योजना में निर्माणा धीन आवास का काम पूर्ण नही हुआ है। लॉकडाउन के कारण कामधंधा भी बंद है वहीं बाजार बन्द होने से उसे सामग्री और कामगारों की भी परेशानी झेलनी पड़ेगी।

तेज अंधड़ से 85 खम्भे धराशाही, अंधेरे में डूबे गांव

धोरीमन्ना. क्षेत्र की दर्जनों गांवों में शनिवार देर रात आए अंधड़ से डिस्कॉम को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। बिसारणिया, भागभरे की बेरी, बामरला, केकड़, कबूली सहित दर्जनों गांवों में करीब 85 विद्युत खम्भे क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे शनिवार देर रात से कई गांवों में विद्युत आपूर्ति भी ठप है। इस संबंध में
डिस्कॉम के सहायक अभियंता प्रदीप चौधरी ने बताया कि करीब 30 पोल दुरुस्त कर विद्युत आपूर्ति सुचारू की है जबकि अन्य जगहों पर कार्य जारी है।

Source: Barmer News

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