बाड़मेर. कोविड-19 के बाद लागू लॉकडाउन के चलते गत 43 दिनों से लोग लगातार घरों है। इसके चलते बिजली की खपत बढ़ गई है। ऐसी स्थिति में बिजली के बिल में भी कोरोना का असर देखने को मिलेगा है। हालांकि पिछला बिल तो विभाग ने औसत के आधार पर भेजा था। लेकिन जब रीडिंग का बिल जारी होगा तब तय है कि बढ़ा हुआ ही आएगा।
बाड़मेर जिले में घरेलू विद्युत कनेक्शन 4 लाख से अधिक है। वर्तमान में इनमें प्रतिदिन 55 लाख यूनिट बिजली की खपत हो रही है। डिस्कॉम के मुताबिक कमर्शियल बिजली में 70 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है। वहीं घरेलू बिजली में 30 प्रतिशत खपत बढ़ी है।
बंद ही नहीं होते उपकरण
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लॉकडाउन के कारण लोग घरों में है। ऐसे में पंखे, टीवी, कूलर, एयर कंडीशनर और ऑनलाइन पढ़ाई के लिए कम्प्यूटर, पानी की मोटर, माइक्रोवेव ओवन का उपयोग अधिक हो रहा है। टीवी तो पूरे दिन में बंद ही नहीं होता है। इसके साथ बिजली के अन्य उपकरणों का भी अधिक उपयोग हो रहा है।
सैकड़ों बंद घरों के खुले ताले
बाड़मेर सहित जिले में हजारों प्रवासी कोरोना के चलते अन्य प्रदेशों से अपने घर लौट आए हैं। इसके कारण भी बिजली की खपत बढ़ी है। लम्बे समय से बंद पड़े घरों में बिजली की खपत होती ही नहीं थी। अब परिवार के साथ यहां रहने से भी बिजली की खपत बढ़ी है।
वर्क फ्रॉम होम ने भी बढ़ाई खपत
लॉकडाउन के कारण अधिकांश लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। इसके कारण भी घरेलू बिजली की खपत लगातार बढ़ी है। पिछले 43 दिनों से अधिकांश कार्मिक घरों से काम कर रहे हैं। ऐसे में बिजली का आने वाला बिल इस बार भारी पड़ेगा।
– घरेलू का लोड बढ़ा है
लॉकडाउन के चलते लोग घरों में है, इसलिए बिजली की खपत बढ़ी है। साथ ही अब गर्मी का मौसम है। इसलिए एसी, कूलर पर भी बिजली की खपत बढ़ रही है। इन दिनों प्रतिदिन 55 लाख यूनिट बिजली की खपत हो रही है।
– मांगीलाल जाट, अधीक्षण अभियंता, डिस्कॉम, बाड़मेर
Source: Barmer News