अमित दवे/जोधपुर. कोरोना वायरस ने जोधपुर की आर्थिक बैकबॉन कहे जाने वाले हैंडीक्राफ्ट निर्यात उद्योग को पूरी तरह से हिला दिया है। एक ओर विदेशी बायर्स ने अपने ऑडर्स अनिश्चितकाल के होल्ड कर दिए हैं, वहीं कारीगरों का पलायन भी हो रहा है। कोरोना वायरस से जूझ रहे अमरीका व यूरोप के 90 प्रतिशत ग्राहकों ने पहले ही अपने ऑर्डर होल्ड कर दिए हैं। इससे करीब 1200 से अधिक कंटेनर्स का तैयार माल निर्यातकों की फैक्ट्रियों में होल्ड पर पड़ा है। परिणामस्वरूप करीब एक हजार करोड़ रुपए के हैंडीक्राफ्ट निर्यात पर संकट खड़ा हो गया है। इसका सीधा असर इस सेक्टर में काम करने वाले करीब दो लाख मजदूरों की रोजी-रोटी पर पड़ेगा।
अमरीका व यूरोपीय देशों में सबसे ज्यादा निर्यात
जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट के सबसे बड़े बायर देश अमरीका व यूरोप के इटली, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, हॉलैंड, स्वीट्जरलैंड, यूके, डेनमार्क, पौलेंड आदि में भी कोरोना के कारण लॉकडाउन वाली स्थिति है। लॉकडाउन होने से जोधपुर से भेजे गए करीब 300 कंटेनर्स शिपमेंट अलग-अलग समुद्री बंदरगाहों पर अटके पड़े हैं। कुछ विदेशी ग्राहकों ने तो यहां के तैयार माल के ऑर्डर पूरे रद्द कर दिए हैं, ऐसे शिपमेंटों की संख्या करीब 400 से अधिक है।
इनका कहना है
विदेशी बायर्स ने अपने ऑर्डर होल्ड करवा दिए हैं। कुछ ऑर्डर है पर लेबर के अभाव में प्रोडक्शन नहीं हो रहा है।
-राधेश्याम रंगा, वरिष्ठ निर्यातक
अमरीका व यूरोप में स्थिति समान्य होने के बाद निश्चित ही जोधपुर के हैंडीक्राफ्ट निर्यात में बड़ा उछाल आएगा।
-डॉ.भरत दिनेश, अध्यक्ष,जोधपुर हैंडीक्राफ्ट् एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन
Source: Jodhpur