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गजेन्द्र सिंह दहिया/जोधपुर. पाकिस्तान में टिड्डी से निपटने के लिए चीन अपने 10 एयर ब्लास्ट स्प्रेयर भेजेगा जो ट्रक पर लगाकर पूरी ताकत से टिड्डी पर पेस्टीसाइड स्प्रे करता है। सूत्रों के मुताबिक ये वही एयर ब्लास्ट स्प्रेयर हैं जो साल की शुरुआत में चीन के वुहान में कोरोना संक्रमण समाप्त करने के लिए बड़े स्तर पर काम में लिए गए थे। पाकिस्तान की ओर से भारत में लगातार घुस रही टिड्डी पर भारतीय अधिकारियों द्वारा जवाब तलब करने पर यह बात पाक ने रुटिन बैठक में साझा की।

अभी दक्षिण की ओर से चल रही गर्म हवाओं के साथ पाकिस्तान में बैठी अवयस्क टिड्डी सीमा पार कर राजस्थान आ रही है। गुरुवार को यह जोधपुर के ओसियां तक पहुंच गई थी। फरवरी में पाकिस्तान में ब्रीडिंग से पैदा हुए हॉपर ही ये गुलाबी पंख वाले अवयस्क टिड्डी में बदले हैं जो टिड्डी की खतरनाक स्टेज होती है। टिड्डी इस स्टेज में खाने पर ही ध्यान देती है। पाक द्वारा हॉपर नियंत्रण नहीं किए जाने से भारत नाराज है। हर बैठक में झूठे दावे, 416 गाड़ी से 34 पर आ गए

26 साल बाद भारत-पाकिस्तान में हुए टिड्डी हमले के बाद अब मासिक बैठक के स्थान पर साप्ताहिक बैठक होने लग गई है। यह बैठक संयुक्त राष्ट्र संघ के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) की देखरेख में होती है। अब तक 7 बैठकें हो चुकी हैं। भारत द्वारा पाक की तरफ से लगातार आ रही टिड्डी पर एतराज जताने के बावजूद वह झूठे आंकड़े व दावे पेश करता है।

पाकिस्तान के प्लांट प्रोटेक्शन विभाग के महानिदेशक डॉ. मुबारक खान ने दावा किया कि वे 1 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में सर्वे, 2500 वर्ग किमी में नियंत्रण कार्यक्रम कर चुके हैें। टिड्डी नियंत्रण के लिए 416 गाडिय़ां लगा रखी है। भारतीय अधिकारियों द्वारा नाराजगी भरे स्वर में जवाब-तलब करने डॉ. खान 416 से 34 गाड़ी पर आ गए और वे हकलाने लग गए। भारत को नाराज देख पाक अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि चीन से आने वाले स्प्रेयर से इस बार वे टिड्डी रोकने की भरपूर कोशिश करेंगे।

बॉर्डर पर हॉपर मारते रहे, उस पार पाक में पलते रहे
फरवरी महीने में पाकिस्तान में ही टिड्डी के दिए अण्डो से जो हॉपर निकले हैं वही अब भारत की तरफ अवयस्क टिड्डी के रूप में आ रहे हैं। अण्डों से अप्रेल के प्रथम सप्ताह में हॉपर निकलकर तारबंदी के नीचे से आ रहे थे लेकिन सेना की तरह चौकस टिड्डी चेतावनी संगठन की टीमों ने प्रवेश करते ही खत्म कर दिया। जो हॉपर सीमा के उस तरफ रह गए, उन्हें पाक ने आतंकवादियों की तरह पाला।

मानसून पर सवार होकर अफ्रीका से भुज पहुंचेगी टिड्डी
एफएओ ने पूर्वानुमान व्यक्त किया है कि जून-जुलाई में ङ्क्षहद महासागर से चलने वाली शक्तिशाली दक्षिण पश्चिमी हवाओं पर सवार होकर टिड्डी अफ्रीकी देशों से गुजरात के भुज पहुंचेगी तब वह स्प्रिंग ब्रीडिंग से समर ब्रीडिंग में प्रवेश करेगी।

Source: Jodhpur

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