बाड़मेर.
पाकिस्तान के सिंध इलाक में चीनी सैनिक और इंजीनियर्स पहुंच चुके है। सिंध के ऐतराज क बावजूद पाकिस्तान सरकार इसको लेकर कोई ध्यान नहीं दे रही है। पाकिस्तान-चीन इकोनॉमिक कोरिडोर की सुरक्षा के नाम पर ये सैनिक चीन ने यहां तैनात किए है। भारतीय सीमा से महज 90 किमी की दूरी पर ही इन सैनिकों को तैयार किया गया है। चीन पाकिस्तान की मदद तेल गैस के साथ ही सामरिक शक्तियों के लिए लगातार कर रहा है।
चीन और पाकिस्तान के बीच तेल-गैस को लेकर लंबे समय से कार्य हो रहा है। चीन अभी 12000 किमी रास्ते से पाकिस्तान के तेल को ले जा रहा है। चीन ने इसके लिए इकोनॉमिक कॉरीडोर का नया रास्ता बनाया है जो करीब 3000 किमी है और इस पर 46 बिलियन डॉलर का खर्च होगा। पीओके, गिलगित और ब्लूचिस्तान का रास्ता बनेगा। इससे करीब 19 मिनियन टन तेल का परिवहन प्रतिदिन होगा। यह योजना 2017 मे ंप्रारंभ हुई है और 2030 में पूरी होगी।
सैनिक कर दिए है तैनात
इस आर्थिक गलियारे की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान ने 17 हजार सैनिक और 400 स्पेशल कमांडो नियुक्त किए है तो दूसरी ओर चीन ने भी अपना विशेष दस्ता भेजा है जो िसंध इलाके तक तैनात है। एक साल से इन चीनी सैनिकों की यहां मौजूदगी सामरिक दृष्टि से भी मदद के लिए मानी जा रही है।
पश्चिमी सीमा पर चीन ने बनाए बंकर
चीन ने पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान के लिए बंकर भी बनाकर दिए है। इन बंकर के निर्माण में पहुंचे चीनी इंजीनियर्स ने भारत की पश्चिमी सीमा तक पहुंचकर पाकिस्तान की ीोगौलिक स्थिति का आंकलन किया है।
Source: Barmer News