जोधपुर. लेन-देन के विवाद में हिस्ट्रीशीटर की हत्या के लिए एक हिस्ट्रीशीटर के आग्रह पर जोधपुर जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई के शूटर ने पंजाब के बटिण्डा स्थित जेल में बंदी से दो हथियार मंगाए थे। इन हथियारों से नागौरी गेट थाने के एक हिस्ट्रीशीटर की हत्या की जानी थी। महामंदिर थाना पुलिस की पूछताछ में लॉरेंस बिश्नोई के शूटर ने यह स्वीकार किया। हत्या की सुपारी देने वाले हिस्ट्रीशीटर का अभी तक पता नहीं लग सका।
लॉरेंस की भूमिका के तार नहीं जुड़ पाए
महामंदिर थानाधिकारी सुमेरदान चारण का कहना है कि जोधपुर जेल में बंद भोमाराम ने बटिण्डा जेल में एक बंदी को व्हाट्सऐप कॉल कर दो हथियार मंगाए थे। उसने पवन सोलंकी के लिए यह हथियार मंगाए थे। जिसकी तलाश की जा रही है। अब तक पांच आरोपियों को पकड़ा जा चुका हैं। शूटर भोमाराम से इस मामले में लॉरेंस की भूमिका पर पूछताछ की गई, लेकिन फिलहाल कोई लिंक सामने नहीं आया।
यह है मामला
मण्डोर थाने के हिस्ट्रीशीटर पवन सोलंकी व नागौरी गेट थाने के हिस्ट्रीशीटर मोंटू कंडारा में विवाद है। गत दिनों पवन ने मोंटू की हत्या की साजिश रची थी। दो नाबालिगों की मदद से उसे गोली मारी जानी थी, लेकिन तय तिथि से तीन दिन पहले एक नाबालिग पकड़ में आ गया था। उससे एक हथियार बरामद किया गया। हथियार देने वाले विजय कुमावत व वैभव कच्छावाह को भी गिरफ्तार किया गया था। इनसे पूछताछ के बाद जेल में बंद भोमाराम बिश्नोई को भी गिरफ्तार किया गया था। जो लॉरेंस का शूटर है। इन तीनों को न्यायिक अभिरक्षा में भिजवाने के बाद हत्या के लिए रैकी करने के आरोप में उदयमंदिर आसन में हरिजन बस्ती निवासी श्रीकांत पुत्र चन्नुलाल चांवरिया को गिरफ्तार किया। उसने हत्या के लिए मोंटू कण्डारा की रैकी की थी। सुपारी देने वाला हिस्ट्रीशीटर पवन सोलंकी फरार है।
Source: Jodhpur