Posted on

बड़ा मन कर करें, शादी को छोटी
टिप्पणी
रतन दवे
कोरोना को लेकर आगामी दो दिन बड़े महत्वपूर्ण और ध्यान रखने वाले है। 29 व 30 को शादियों का बम्पर मुहुर्त है। 250 से अधिक शादियंा बाड़मेर जिले में होनी है। इन 250 शादियों में हजारों लोग इधर-उधर होने है। कोरोनाकाल में शादी करने वाले परिवारों का तर्क है कि इसके बाद शुभ मुहुर्त लंबे समय तक नहीं है और इसलिए मजबूरन शादियां करनी पड़ रही है। प्रशासन और सरकार भी इस बात को व्यवहारिक मानते हुए इजाजत दे रही है लेकिन इसके साथ शर्त भी है कि 25 से अधिक लोग वर व वधू पक्ष के नहीं हों। अन्य तामझाम भी कम किए जाए। टैंण्ट, घोड़ी, बैंड, बंदौली, डीजे पर भी नियंत्रण है। इन सारे नियंत्रण के साथ जरूरी है स्व अनुशासन। जिन परिवारों में शादियां है वे इस बात को तय कर लें कि किसी भी सूरत में वे भीड़ नहीं करेंगे। नियमों का पालन करेंगे। विवाह के शुभ मुहुर्त में कोरोना के चपेट में परिवार का कोई भी सदस्य आ गया या आपके जरिए कई लोगों तक यह पहुंच गया तो फिर किसको क्या जवाब देंगे? सामाजिक तौर पर और गांव में बारात आ रही है तो ग्रामीण भी समझाइश पहले से कर लें कि कोरोना के काल में हो रही शादी में नियमों को तोड़ा नहीं जाएं। भोज का आयोजन है और निमंत्रण मिला भी है तो खुद को इससे अलग कर लें, शुभकामना प्रेषित करने के साथ यह हिदायत दें कि भीड़ तो नहीं कर रहे है। शादियों का यह दौर एक जिले नहीं पूरे राजस्थान में है। ऐसे में प्रशासनिक अमले को भी अब इसकी महत्ता को समझते हुए जहां पर भी शादी हो रही है उनकी रिपोर्ट लेते हुए तुरंत ही संबंधित के घर एक कर्मचारी सहित हिदायत पहुंचा दी जाए कि ज्यादा लोग आते ही जुर्माना होने के साथ नियमानुसार कार्यवाही होगी। भय बिनु प्रीत नहीं..की कहावत लागू नहीं की गई तो कोरोना को लेकर आगामी दिनों में विस्फोट से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। बालोतरा में एक सब्जी विक्रेता के बाद में दो दर्जन से अधिक लोगों तक कोरोना फैल गया। कई जिलों में दूल्हें और बारातियों के जरिए कोरोना फैला है। ऐसे में बारात में आने-जाने वाले हर व्यक्ति का टेस्ट हों और इसकी जिम्मेदारी संबंधित ग्राम पंचायत की भी सुनिश्चित हों कि जहां से बारात रवाना हो रही है वहां से रिपोर्टिंग की जाए कि कितने लोग रवाना हुए और जहां बारात पहुंच रही है वहां से रिपोर्टिंग हों कि कितने लोग आए है। सामुहिक भोज का आयोजन जहां-जहां हो रहा है वहां पर तुरंत प्रभाव से पुलिस व प्रशासन पहुंचकर कार्यवाही करें और इसको रुकवाए। शादियों के इन दो दिन के बाद में 1 जुलाई से चातुर्मास प्रारंभ हो जाएगा। ऐसे में शुभ मुहुर्त वर्जित होंगे। यह राहत की बात होगी, अब केवल दो दिन के इन बड़े आयोजनों को लेकर बड़ा मन करें और कोरोना को फैलने से रोकने के लिए शादी को छोटा कर दें।

Source: Barmer News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *