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गडरारोड़/ बाड़मेर. तीन साल अकाल का दंश झेल चुके किसानों के खेतों में इस बार लहलहा रही फसल पर टिड्डी का हमला बड़ी मुसीबत बन गया है। फाके को खेतों में नष्ट नहीं किया जा सकता है।

इसलिए नियंत्रण संगठन टिड्डी को भगाने के लिए तरीके किसानों को बता रहा है। लेकिन खेतों में रेंग रहा फाका उड़ नहीं सकता है। इसके कारण किसानों की मुश्किल बढ़ती जा रही है।

पाक से लगातार आ रही टिड्डी सीमावर्ती क्षेत्र सहित बाड़मेर के गांवों में लगातार फैल रही है। कई गांवों में खेतों में जहां पर टिड्डियों ने डेरा डाला, वहां से उन्हें भगा तो दिया गया, लेकिन उनके अंडों से अब फाका निकल रहा है। जिस पर नियंत्रण कर पाना विभाग के लिए परेशानी बन गया है।

खेतों में केमिकल का छिड़काव नहीं किया जा सकता है। विभाग के अधिकारी किसानों को टिड्डी को भगाने के तरीके बता रहे हैं। उनका कहना है कि टिड्डी को खेत में नष्ट नहीं कर सकते हैं।

विभाग की मजबूरी किसानों पर भारी

टिड्डी नियंत्रण की टीमें डीएनपी सहित टिड्डी प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद है। लेकिन खेतों में केमिकल का छिड़काव करने पर पाबंदी है। अधिकारियों का कहना है कि आबादी क्षेत्र में केमिकल के छिड़काव से पशुओं व आमजन को नुकसान हो सकता है।
ग्रामीणों के पास थाली-कनस्तर ही उपाय

किसानों के पास थाली व कनस्तर बजाकर टिड्डी को भागने का एकमात्र उपाय है। लेकिन इससे टिड्डी तो काफी हद तक उड़ जाती है। लेकिन खेतों में रेंग रहे फाके पर कोई असर नहीं हो रहा है।

लाखों-करोड़ों में रेंग रहा फाका

रतरेडी कलां क्षेत्र में खेतों में करोड़ों की संख्या में फाके रेंगते हुए नजर आ रहे है। लोकस्ट विभाग की टीम को सूचना देकर बुलाया। उन्होंने खेतो में छिड़काव नहीं करने की जानकारी दी। अब फाके को खेत से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं।

पांचराज वणल, जीणे की बस्ती, गडरारोड

खेतों में नहीं कर सकते छिड़काव

फाके को नष्ट करने के लिए खेतों में केमिकल का छिड़काव नहीं किया जा सकता है। खेत में सामान्य कीटनाशी का किसानों को स्प्रे करना चाहिए।

केवी चौधरी, प्लांट प्रोटेक्शन ऑफिसर, टिड्डी नियंत्रण संगठन बाड़मेर

इधर, बैठक में नहीं आए पाक अधिकारी

टिड्डी नियंत्रण को लेकर भारत-पाक अधिकारियों की गुरुवार को मुनाबाव में बैठक प्रस्तावित थी। बैठक में इंतजार के बावजूद पाक की तरफ से कोई अधिकारी नहीं पहुंचा।

टिड्डी नियंत्रण संगठन जोधपुर के उपनिदेशक केएल गुर्जर व अन्य अधिकारी मुनाबाव बैठक के लिए पहुंचे थे। लेकिन पाक से कोई अधिकारी नहीं आए। इसके चलते बैठक नहीं हो पाई।

Source: Barmer News

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