जोधपुर. प्रदेश और देश के राजनीतिक पंडितों की नजर हाल ही में राजस्थान में घटे घटनाक्रम पर टिकी है। खास बात यह है कि कांग्रेस में दो धु्रवों के टकराव के बाद टेप कांड सामने आया और मारवाड़ की राजनीति के दो बड़े नाम के बाद भी आपसी टकराव की स्थिति बन गई। कांग्रेस और भाजपा ने फील्ड में विरोध प्रदर्शन किए और अब सोशल मीडिया पर भी घमासान मचा हुआ है।
सरदारपुरा विधानसभा युवा कांग्रेस अध्यक्ष प्रशांत कच्छवाह के नेतृत्व में महामंदिर चौराहे पर शनिवार को केन्द्रीय मंत्री व जोधपुर सांसद गजेन्द्रसिंह शेखावत के विरुद्ध प्रदर्शन किया गया। नारेबाजी करते हुए युवाओं ने आक्रोश जताया। इस मौके पर जगदीश पंवार, रामसिंह सांजू, अरविंद गहलोत, अब्दुल करीम, छोटूसिंह उदावत सहित अन्य मौजूद थे। इसी प्रकार भाजपा ने यतो धर्मस्ततो जय: नाम से सोशल मीडिया कैम्पेन चलाया। शेखावत की एक पोस्ट को उनके समर्थकों ने कैम्पेन बनाया। भाजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य वरूण धनाडिया, अचलसिंह मेड़तिया, महेन्द्र मेघवाल ने कैम्पेन में सक्रिय भूमिका निभाई।
जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते
राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत ने कहा है कि राजस्थान में संकट सत्तारूढ़ कांग्रेस का अंदरूनी विवाद है। कुर्सी के लिए फोन टैपिंग करना, झूठी सीडी जारी करना जनता को भ्रमित करने का प्रयास हैं। गलत नीतियों के कारण ही कांग्रेस में अंर्तद्वंद है। जिनके घर शीशे के होते हैं वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते। केंद्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत को इस पूरे विवाद में घसीटना विद्वेषपूर्ण हरकत है।
Source: Jodhpur