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बाड़मेर. कोरोना महामारी में सामान्य बीमारियों के लिए अब अस्पताल जाने की जरूरत नहीं है। घर बैठे आप चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार करवा सकते हैं और सब कुछ निशुल्क है। राजकीय अस्पतालों के चिकित्सक ओपीडी समय में मरीजों के लिए हमेशा उपलब्ध हैं। केंद्र सरकार के ई-संजीवनी ओपीडी प्रोजेक्ट के तहत सामान्य बीमारियों के मरीजों को यह सुविधा मोबाइल एप के माध्यम से मिल रही है। बाड़मेर के राजकीय अस्पताल सहित जिले में ई-संजीवनी के तीन सेंटर स्थापित किए गए हैं। यहां पर चिकित्सक ऑनलाइन वीडियो कालिंग के माध्यम से मरीज की जांच कर परामर्श देते हैं। मरीज को बकायदा जांच के बाद दवाइयां लिखी जाती है, जो निशुल्क दवा केंद्र से ली जा सकती है।
क्या है ई-संजीवनी ओपीडी
सबसे पहले मोबाइल में ई-संजीवनी ओपीडी एप डाउनलोड करने के बाद पंजीयन करना पड़ता है। इसके बाद ओपीडी की सुविधा मिल सकती है। इसमें एक बार पंजीयन के बाद में बार-बार जानकारी देने की जरूरत नहीं होती है। इस सुविधा में प्रदेश का कोई भी चिकित्सक जो उस वक्त उपलब्ध होंगे, मरीज की जांच करेंगे।
तीन श्रेणी के विशेषज्ञों की ओपीडी
ओपीडी में तीन श्रेणी के विशेषज्ञों की सेवाएं मिलती है। इसमें फीजिशियन, गायनिक व पेडियाट्रिक विशेषज्ञ जांच के लिए ओपीडी समय सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक मरीजों की ऑनलाइन जांच कर उनका उपचार करते हैं। बाड़मेर में 5 फीजिशियन तथा गायनिक व पैडियाट्रिक के चार-चार विशेषज्ञ प्रोजेक्ट से जुड़े हुए हैं। ई-संजीवनी ओपीडी का संचालन बालोतरा के साथ धोरीमन्ना में भी राजकीय अस्पताल में किया जा रहा है।
चिकित्सकों को दी ट्रेनिंग
-संजीवनी ओपीडी के लिए चयनित सभी चिकित्सकों को ऑनलाइन के लिए ट्रेनिंग दी गई। ओपीडी का संचालन अस्पताल में किया जा रहा है। -वीरेंद्र यादव, तकनीकी सहायक इंजीनियर, राजकीय अस्पताल बाड़मेर

Source: Barmer News

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