बाड़मेर. बाड़मेर में कोरोनावायरस संक्रमण बेतहाशा बढ़कर 2000 के आंकड़े के पास पहुंच गया है। लगातार 40-50 मरीजों के रोजाना पॉजिटिव आने से विभाग की भी चिंता बढ़ती जा रही है। वहीं कुछ दिनों में यह भी देखने में आया है कि दिन में अधिक मरीज पॉजिटिव आने के बाद शाम की रिपोर्ट जारी ही नहीं हो रही है। यह रिपोर्ट दूसरे दिन सुबह जल्दी जारी हो रही है। जबकि उसी दिन जारी हो तो एक दिन का आंकड़ा बढ़कर 70-80 हो रहा है। संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों से विभाग भी अब भयभीत दिखने लगा है।
कोरोनावायरस की रिपोर्ट कुछ समय से दिन में तीन बार जारी की जाने लगी है। सुबह दोपहर और शाम को आती है। लेकिन संक्रमण की बढ़ती तादाद के चलते शाम की रिपोर्ट पिछले कुछ दिनों से आती ही नहीं है और दूसरे दिन गत दिन की तारीख से जारी की जाती है। विभाग देर शाम आने वाली रिपोर्ट को जारी करने से बचता दिख रहा है।
पॉजिटिव को भी एक दिन बाद मिलती है रिपोर्ट
देरी से जारी करने पर पॉजिटिव आने वाले मरीजों को भी एक दिन बाद पता चल पाता है कि उनको कोरोना है। जबकि रिपोर्ट विभाग को देर रात तक मिल जाती है। ऐसे में संक्रमण और अधिक फैल सकता है। क्योंकि पॉजिटिव को पता ही नहीं होता है कि उसको कोरोना है।
एसएमएस से नहीं मिल रही रिपोर्ट
विभाग ने एसएमएस से मरीजों की रिपोर्ट मिलने की व्यवस्था की थी। लेकिन पॉजिटिव आने वाले के भी मोबाइल पर एसएमएस नहीं आ रहे हैं। ऐसे में यह सुविधा केवल दिखावा साबित हो रही है। जबकि एसएमएस से रिपोर्ट मिलने पर मरीज और परिजन अधिक सतर्क हो सकते हैं। लेकिन बेपटरी हो रही व्यवस्था के कारण एसएमएस सुविधा का फायदा नहीं मिल रहा है।
पॉजिटिव को दूसरों दिन चलता है पता के सवाल पर अधिकारी बोले…
सीएमएचओ ने कहा कि कोरोना का सैम्पल लेने के बाद गाइडलाइन के अनुसार व्यक्ति को जब तक रिपोर्ट नहीं आती है तब तक आइसोलेट रहना चाहिए। परिवार या किसी से भी नहीं मिलना है। संबंधित ऐसा नहीं करता है तो प्रशासन को उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
नमूनों का दबाव काफी बढ़ा है
बाड़मेर में नमूनों का दबाव काफी बढ़ा है। इसके कारण रिपोर्ट देर रात तक जारी होती है। जो दूसरे दिन सुबह हम जारी कर रहे हैं। बाड़मेर के साथ जैसलमेर के नमूनों की भी जांच यहां हो रही है। इसलिए नमूनों की जांच में भी देरी हो रही है।
डॉ. कमलेश चौधरी, सीएमएचओ बाड़मेर
Source: Barmer News