Posted on

अभिषेक बिस्सा/जोधपुर. निकाय चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस की मौजूदा राज्य सरकार ने नगर निगम को दो भागों में विभक्त कर नया कार्ड खेल दिया है। अब जोधपुर शहर में उत्तर-दक्षिण नाम से दो नगर निगम होने के साथ कुल १६० वार्डों पर पार्षद का चुनाव होगा। नवगठित उत्तर नगर निगम में ३५ वार्ड लिए गए हैं और दक्षिण नगर निगम में ३० वार्ड सम्मिलित किए गए हैं। उत्तर-दक्षिण के इन ६५ वार्डों को विभक्त कर १६० वार्ड बनाए जाएंगे। दोनों ही नगर निगम में सभी वार्ड सरदारपुरा, शहर व सूरसागर विधानसभा क्षेत्र की परिधि में रहेंगे। वर्तमान में जोधपुर नगर निगम के भाजपा शासित बोर्ड का कार्यकाल अगले माह समाप्त कर दिया जाएगा। आगामी छह माह तक संपूर्ण प्रशासनिक व्यवस्था राज्य सरकार की रहेगी।

नगर निगम जोधपुर उत्तर का यूं होगा विभक्तिकरण
सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र
वार्ड संख्या- ४४, ४५,४६, ४९ से ५५ व ५९ से ६४ ( कुल १६ वार्ड)

जोधपुर शहर विधानसभा क्षेत्र
वार्ड संख्या- ३२ से ३८, ४७,४८ (कुल ९ वार्ड)

सूरसागर विधानसभा क्षेत्र
वार्ड संख्या- १, १२ से १९ व ६५ (कुल १० वार्ड)

ये होगा – इन ३५ वार्डों में से ८० वार्ड बनेंगे

नगर निगम जोधपुर दक्षिण का यों होगा विभक्तिकरण

सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र
वार्ड संख्या- ४२, ४३,५६, ५७ व ५८ ( कुल ५ वार्ड)

जोधपुर शहर विधानसभा क्षेत्र
वार्ड संख्या- २३ से ३१, ३९, ४० व ४१ (कुल १२ वार्ड)

सूरसागर विधानसभा क्षेत्र
वार्ड संख्या- २ से ११, २० से २२ (कुल १३ वार्ड)

क्या होगा- इन्हीं ३० वार्डों को तोड़ ८० वार्ड बनाए जाएंगे।

१. नेताओं के लिए बढ़े मौके
जोधपुर में कई कांग्रेस-भाजपा नेता महापौर बनने की आस में थे। अब दो नगर निगम होने से दो महापौर व दो उपमहापौर बनेंगे। साथ ही अब ६५ या १०० नहीं कुल १६० नेताओं को पार्षद बनने का जोधपुर में मौका मिलेगा। नई वार्ड आरक्षण लॉटरी निकलने के बाद सर्व समाजों से पार्षदों की संख्या बढ़ेगी।

२. नगर निगम के होंगे दो कार्यालय
दो नगर निगम के बाद राज्य सरकार दो स्थानों पर निगम मुख्यालय का कार्यालय संचालित करेगी। एेसे में राज्य सरकार पुराने नगर निगम भवन में पुन: नगर निगम संचालित कर सकती है या इसके अलावा अन्यत्र भी नया निगम भवन तैयार कर सकती है। एेसे में आमजन को क्षेत्र के मुख्यालय में जाकर भवन निर्माण अनुमति, लीज डीड प्रकरण, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र व विवाह पंजीयन का कार्य करवाना पड़ेगा।

३. फिर से होगा वार्ड सीमांकन
नगर निगम सीनियर टाउन प्लानर व इंजीनियरिंग विभाग की देखरेख में किए गए ६५ से १०० वार्ड के सीमांकन ठंडे बस्ते में चले गए हैं। एेसे में अधिकारियों को अब फिर से वार्ड सीमांकन के कार्य व नक्शा बनाने में जुटना होगा। राज्य सरकार के निर्देश पर दो-तीन माह में पुनर्सीमांकन का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

४. आमजन के लिए फायदा
विभक्तिकरण होने से प्रत्येक वार्ड का दायरा छोटा हो जाएगा। हरेक वार्ड के प्रभारी व पार्षद आसानी से मॉनिटरिंग कर सकेंगे। अपने पार्षद तक आमजन की पहुंच बढ़ जाएगी।

५. अधिकारी भी बढेंगे
जोधपुर नगर निगम के दो आयुक्त होंगे, जो आरएएस या आइएएस स्तर के अधिकारी होंगे। उनके अधीनस्थ आवश्यकतानुसार आरएएस अधिकारी कार्यरत रहेंगे। नगर निगम मुख्यालय में लगने वाली कतारें भी कम हो जाएगी। क्योंकि शहर में दो नगर निगम मुख्यालय होंगे।

Source: Jodhpur

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *