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जोधपुर।

केन्द्र सरकार की ओर से जारी अध्यादेश का प्रदेश सहित देश के कई राज्यों की कृषि उपज मंडियों के व्यापारी विरोध कर रहे है। केन्द्र सरकार के अध्यादेश के विरोध में इन राज्यों की कृषि उपज मंडिय़ां शुक्रवार को पूर्णतया बंंद रहेगी। इसी क्रम में जोधपुर स्थित प्रदेश की सबसे बड़ी जीरा मंडी भी बंद रहेगी। जीरा मंडी व्यापार संघ के अध्यक्ष पुरुषोत्तम मूंदड़ा ने बताया कि राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के आह्वान पर शुक्रवार को जीरा मंडी बंद रखने का फैसला किया है। शुक्रवार को जीरा मंडी बंद रहेगी व खुली बोली नीलामी से व्यापार कार्य नहीं होगा।

इस आदेश का विरोध कर रहे व्यापारी

केन्द्र सरकार के अध्यादेश के अनुसार मण्डी के बाहर कृषि जिंसों की खरीद-फरोख्त या व्यापार करने पर मण्डी टेक्स, मंडी सेस या अन्य किसी प्रकार के सेस या कर की वसूली नहीं की जाएगी। जबकि इसी अध्यादेश के अनुसार मंडी में कृषि जिंसों का व्यापार करने वाले व्यापारी को मंडी सेस, मंडी शुल्क, कृषक कल्याण फीस, विकास शुल्क व अन्य सभी प्रकार के निर्धारित किए गए कर या शुल्कों का राज्य सरकार को भुगतान करना होगा। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चण्डीगढ़ सहित अन्य राज्य विरोध कर रहे है।

हरियाणा बैठक में लिया निर्णय

गत 16 अगस्त को सिरसा (हरियाणा) में हरियाणा स्टेट अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के नेतृत्व में बैठक हुई, जिसमें पंजाब-चण्डीगढ़ के अलावा राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल ने भाग लिया था। बैठक में केन्द्र सरकार के 5 जून को जारी अध्यादेश के विरोध में इन प्रदेशों की सभी अनाज मंडिय़ों को बंद रखने का फैसला लिया गया।

Source: Jodhpur

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