बाड़मेर. बाड़मेर में प्रदेश में जयपुर के बाद सबसे अधिक राजकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुलेे हैं। इससे यहां की ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को अब अंग्रेजी माध्यम से पढऩे का अवसर मिल सकेगा। जिले में इस बार 12 ब्लॉक में नए राजकीय महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू हुए हैं।
नए सत्र 2020-21 से जिले में 12 ब्लॉक में नए अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू हो रहे हैं। इनके लिए स्टाफ को लेकर साक्षात्कार लिए जा रहे हैं। इसके बाद स्कूलों में प्रवेश को लेकर तैयारी है। जिले में 12 अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुलने से बच्चों को आगे बढऩे के अवसर मिल सकेंगे।
पिछले सत्र में खुली थी पहली स्कूल
जिले में पिछले सत्र से स्टेशन रोड स्थित राजकीय महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू हुई थी। इस बार दूसरे सत्र में स्कूल में 9वंी क्लास शुरू की गई है। स्कूल में इस बार भी प्रवेश के लिए वेंटिंग लिस्ट जारी हुई।
सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल बने अभिभावकों की पसंद
राजकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल अभिभावकों की पंसद बनते जा रहे हैं। बाड़मेर के पहले अंग्रेजी माध्यम स्टेशन रोड स्कूल के परिणाम और अन्य गतिविधियों से प्रभावित होकर इस बार कई नामी स्कूलों के बच्चों को अभिभावकों ने यहां प्रवेश दिलाया है। ऐसे में जिले के 12 अलग-अलग ब्लॉक के स्कूलों में बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।
प्रदेश में दूसरे नंबर पर बाड़मेर
पूरे प्रदेश में सबसे अधिक अंग्रेजी माध्यम स्कूल जयपुर में है। वहां 18 स्कूलें अंग्रेजी माध्यम से संचालित है। इसके बाद बाड़मेर दूसरे नंबर है। इस सत्र से यहां पर कुल 13 स्कूलें हो जाएंगी। इससे पहले यहां पर केवल 1 स्कूल स्टेशन रोड थी।
ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को मिलेगी बेहतर शिक्षा
गांवों में राजकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुलने से प्रतिभाओं को और बेतहर करने का अवसर मिल सकेगा। घर के पास ही अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू होने से पढऩे का अच्छा मौका होगा। इससे गांव के बच्चे आगे बढ़ सकेंगे।
प्रदेश का दो जिले जहां केवल एक-एक स्कूल
जैसलमेर व राजसमंद पूरे प्रदेश में ऐसे दो जिले है, जहां पर केवल एक-एक राजकीय महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुली है। इसके अलावा प्रदेश के 33 जिलों में एक से अधिक सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू हुए हैं।
बाड़मेर में कहां-कहां स्कूल
ब्लॉक
बाड़मेर
बायतु
धनाऊ
धोरीमन्ना
गिड़ा
गुड़ामालानी
कल्याणपुर
पाटौदी
समदड़ी
सेड़वा
रामसर
शिव
सिणधरी
Source: Barmer News