बाड़मेर. गणेश चतुर्थी पर्व शनिवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। गणपति की प्रतिमाएं घरों में विराजित की जाएगी। लोग दस दिनों तक गणपति की पूजा आराधना करेंगे। इस बार कोरोना महामारी के कारण पंडाल नहीं सजेंगे। लोग अपनों घरों में ही गणपति की प्रतिमाओं का पूजन करेंगे। बाड़मेर में गणेश चतुर्थी से शनिवार से गणपति महोत्सव का शुभारंभ हो जाएगा। पूर्व संध्या पर बड़ी संख्या में लोगों गणपति को घर ले गए।
इस बार कोरोना के कारण गणपति की प्रतिमाएं भी बड़ी नहीं बनाई गई। कारीगरों का कहना है कि महामारी के कारण महोत्सव के पंडाल नहीं सजेंगे, इसलिए पहले से ही बड़ी प्रतिमाएं नहंी बनाई।
पूरे दिन गणपति लाए घर
शहर में पूरे दिन गणपति को घर लाने को लेकर लोगों में उत्साह दिखा। बच्चे भी गणपति बप्पा को लेने पहुंचे। सुबह से शाम तक लोग गणपति प्रतिमाएं लेकर घरों को पहुंचे। अब शनिवार को गणेश चतुर्थी के दिन शुभ मुहूर्त में प्रतिमाएं घरों में स्थापित होंगी।
126 साल बाद विशेष संयोग
गणेश चतुर्थी पर इस बार विशेष संयोग बना है। 126 साल बाद सूर्य और मंगल अपनी-अपनी राशि में हैं। सूर्य सिंह राशि में है तो वहीं मंगल भी मेष राशि में बैठे है। दोनों ग्रहों का संयोग कुछ राशियों के लिए अत्यंत शुभ है।
गणेश चतुर्थी पूजन का शुभ मुहूर्त
सुबह 10:47 से दोपहर 1:52 तक
चतुर्थी तिथि आरंभ 21 अगस्त रात 11:02 बजे से
चतुर्थी तिथि समाप्त 22 अगस्त शाम 7:56 बजे
Source: Barmer News