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बाड़मेर. कोरोना के चलते बाड़मेर मेडिकल कॉलेज के प्रथम बैच के छात्रों के पहले साल के प्र्रेक्टिकल अटक गए हैं। मार्च महीने के बाद ऑनलाइन स्टडी शुरू होाने के बाद से ही प्रेक्टिकल नहीं हो पाए हैं। जबकि मेडिकोज के लिए थ्योरी से महत्वपूर्ण प्रेक्टिकल होते हैं।
बाड़मेर मेडिकल कॉलेज में 100 मेडिकोज का पहला साल है। पिछले सत्र के अगस्त से कॉलेज में कक्षाएं शुरू हुई थी। इसके बाद फरवरी तक तो नियमित रूप से थ्योरी और प्रेक्टिकल होते रहे। लेकिन मार्च महीने से कोरोना के प्रभाव के चलते कॉलेज स्टूडेंट्स घर पर ही ऑनलाइन स्टडी कर रहे हैं।
ऑनलाइन स्टडी से करवाया कोर्स
मार्च से लेकर अब तक थ्योरी का कोर्स पूर्ण हो चुका है। इसके लिए कॉलेज प्रबंधन ने ऑनलाइन स्टडी करवाई। जिसमें एक पूरी टीम बनाकर सभी विषयोंं का समावेश करते हुए नियमित स्टडी और टेस्ट के साथ कोर्स पूरा करवा दिया।
प्रेक्टिकल होते है मेडिकोज की नींव
कॉलेज प्रोफेसर्स बताते हैं कि मेडिकोज के लिए प्रेक्टिकल एक नींव की तरह होते हैं। जो सर्जरी में आगे जाते हैं उनके लिए प्रेक्टिकल और अधिक महात्वपूर्ण हो जाते हैं। ऐसे में प्रेक्टिकल तो नियमित रूप से होने चाहिए। जिससे मेडिकोज स्टडी में आगे बढ़ सके।
मेडिकोज रहे पढ़ाई में व्यस्त, इसलिए रिवीजन
कॉलेज में लगभग कोर्स पूरा हो गया है। कुछ हार्ड टॉपिक को लेकर रिवीजन करवाया जा रहा है। वहीं कुछ प्रेक्टिकल ऐसे हैं, जो वीडियो से संभव हो सकते हैं, उनको लेकर भी कॉलेज के प्रोफेसर तैयारी करवा रहे हैं। जिससे मेडिकोज की पढ़ाई नियमित रहे और बीच में कोई गेप नहीं आए।

Source: Barmer News

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