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बाड़मेर. प्रदेश में सरकार खेती-पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए तमाम दावे कर रही है, लेकिन पशु बाहुल्य वाले बाड़मेर जिले में मवेशियों का उपचार करने के लिए चिकित्सक ही नहीं है।

बाड़मेर जिले में वर्ष 2012 की गणना अनुसार 54 लाख पशु हैं, लेकिन सरकार की ओर से पशु चिकित्सा के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है।

यहां पशु चिकित्सा को बेहतर करने के लिए 112 पशु चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं लेकिन चिकित्सा इकाइयों में महज 44 पशु चिकित्सक कार्यरत हैं।

ऐसे में पशुओं को समय पर उपचार नहीं मिल पा रहा है। यहां चिकित्सा अधिकारियों के 68 पद रिक्त हैं। इसके अलावा 50 फीसदी उप केन्द्र तालों में कैद हैं।

पशुधन आजीविका का साधन

बाड़मेर जिला पशु बाहुल्य क्षेत्र है। यहां करीब 54 लाख पशुओं पर किसानों की आजीविका निर्भर है। बॉर्डर क्षेत्र में ग्रामीण पशुपालन कर गुजारा चलाते हैं।

श्रेणी – स्वीकृत पद – रिक्त पद
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी – 37 – 09

चिकित्सा अधिकारी – 75 – 59
योग – 112 – 68

पशु चिकित्सा एक नजर

प्रथम श्रेणी – 30
पशु चिकित्सालय – 69

पशु औषधालय – 05
उपकेन्द्र – 181

– गंभीर समस्या

बाड़मेर जिले में पशु चिकित्सकों की पद रिक्तता तो गंभीर समस्या है, लेकिन यह मामला सरकार स्तर का है। हमारे लक्ष्य भी पूर्ण नहीं हो रहे हैं।

– डॉ. गंगाधर शर्मा, निदेशक, पशु पालन विभाग

Source: Barmer News

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