सेतरावा (जोधपुर) . सेतरावा क्षेत्र में शनिवार दोपहर बाद अचानक मौसम का रंग बदल गया। बदले मौसम के बीच काली घटाएं छाई रही। कई गांवों में तो जमकर बारिश हुई वही कुछ गांवों में ओलावृष्टि भी हुई।
शुक्रवार रात को आकाश में छितराई बादलों की चादर के बाद शनिवार को दिन में मौसम साफ नजर आ रहा था। दोपहर बाद अचानक से मौसम ने पलटा खाया। आसमान फिर बादलों से आच्छादित होने लगा। दोपहर 3.30 बजे पूरा आसमान घनघोर बादलों से घिर गया। कुछ देर आंधी का दौर भी चला।
शाम करीब 4 बजे सेगांवों में काली घटाएं बरसनी शुरू हो गई। सेतरावा कस्बे के समीपवर्ती सोलंकियातला, देवराजगढ़, बापूनगर व पदमगढ़ आदि गांवों के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि भी आरम्भ हो गई। करीब 15 से 30 मिनट तक ओलावृष्टि के समाचार हैं। इन गांवों में चने आकार के ओले गिरने से कुछ ही समय में धरती पर सफेद चादर फैल गई। इन गांवों में करीब एक घंटे तक मध्यम तेज बारिश हुई। जिससे चारों ओर पानी ही पानी हो गया। साथ ही सेतरावा, रायसर, भूंगरा, सुवालिया आदि इलाकों में हल्की बारिश का दौर चला।
किसानों की उम्मीदों पर फिरा पानी
गांवों में किसानों के खेतों में इन दिनों खरीफ ही फसल लगभग पकी हुई हैं। देवराजगढ़, सोलंकियातला, बापूनगर, पदमगढ़ व अन्य समीपवर्ती ईलाकों में पूर्व में मानसून के मेहरबान रहने से इस बार यहां किसानों को फसल अच्छी अवस्था में पकने से कुछ उम्मीद बनी थी।
इन किसानों के खेतों में बाजरा, ग्वार, मूंग, तिल, मोठ आदि खरीफ फसलें कही जगह पककर तैयार थी, वहीं कुछ जगहों पर किसानों द्वारा बाजरा आदि के सिट्टों को तोडकऱ खेतों में सूखाया जा रहा था। मोठ, मूंग आदि भी कई किसानों ने तोडकऱ खेतों में लाटा के लिए रखी थी।
कई किसान ग्वार, बाजरा, मूंग, मोठ तिल की पकी पकाई फसल को तोडऩे में लगे थे। एनवक्त पर मौसम दगा दे गया, पकी पकाई फसलें ओलावृष्टि व बारिश की भेंट चढ़ गई। इन फसलों में खराबा हुआ हैं। जिससे किसानों के चेहरों पर मायूसी छा गई हैं।
Source: Jodhpur