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बाड़मेर. जिले में अब किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधि, दंगों से निपटने व भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को आरएसी का मजबूत सहयोग मिलेगा। लंबे समय से बाड़मेर जिला आरएसी बटालियन के लिए संघर्षरत था। यहां 200 किमी दूर जोधपुर से आरएसी की बटालियन बुलानी पड़ रही थी।

जिले में तेल-गैस की खोज के बाद सैकड़ों बाहरी कंपनियां काम कर रही हैं। अब पचपदरा में रिफाइनरी का काम भी शुरू हो गया है। वहीं अपराध का आंकड़ा भी दिनों-दिन बढ़ रहा है। साथ ही वीआईपी विजिट भी बढ़ गई है। मेलों व त्योहारों पर सुरक्षा व कानून व्यवस्था में आरएसी बटालियन की लंबे समय से जरूरत महसूस की जा रही थी। पुलिस अधीक्षक की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर पुलिस मुख्यालय ने बाड़मेर के लिए एक आरएसी कंपनी की स्वीकृति जारी कर दी है। कंपनी में 75 जवान बाड़मेर में तैनात रहेंगे। जिसमें अलग-अलग 3 प्लाटून होंगे।

जोधपुर ने बुलानी पड़ती थी आरएसी

बाड़मेर में कानून-व्यवस्था संभालने, चुनाव, मेले-त्यौहार व वीआईपी दौरे के दौरान आरएसी की जरूरत होने पर 200 किमी दूर जोधपुर से बुलानी पड़ रही थी। कई बार अचानक उपद्रव होने पर स्थितियां नियंत्रण करने में देरी हो जाती थी।

18 वर्ष पहले बाड़मेर में थी आरएसी

करीब 21 वर्ष पहले बाड़मेर में आरएसी की एक बटालियन हुआ करती थी। यह बटालियन वर्ष 1998 से 2001 तक बाड़मेर में रही। इस दौरान आरएसी के लिए गडरारोड सर्किल के पास जमीन का आवंटन कर स्थायित्व की तैयारी की गई थी, लेकिन उसके बाद सरकार ने बटालिया का मुख्यालय जोधपुर कर दिया था।

फैक्ट फाइल
– 1 कंपनी होगी आरएसी

– 3 होंगे कंपनी में प्लाटून
– 75 जवान कंपनी में होंगे शामिल


– मिली है आरएसी बटालियन की स्वीकृति

मुख्यालय को आरएसी बटालियन स्वीकृति करवाने के लिए प्रस्ताव भेजा था। उसके बाद मुख्यालय ने स्वीकृति जारी कर दी है। जल्द की कंपनी बाड़मेर पहुंच जाएगी। कानून व्यवस्था संभालने में पुलिस को बड़ा सहयोग मिलेगा। बाड़मेर में तेल-गैस खोज के बाद आरएसी की जरूरत थी। – शरद चौधरी, पुलिस अधीक्षक, बाड़मेर

Source: Barmer News

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