जोधपुर. कोरोना काल में रेलवे अपने इंफ्रास्ट्रक्चर ढांचे में आमूलचूल परिवर्तन करने में लगा है। रेलवे बोर्ड अब मल्टीटास्किंग पर जोर दे रहा है। जिसमें एक कर्मचारी को अन्य पदों के कर्मचारियों का काम भी करना पड़ेगा। कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे रेलवे ने विभिन्न विभागों में पदों का मर्जर (विलय) करने का निर्णय लिया है। रेलवे वाणिज्य विभाग के तीन पदों का मर्जर करेगा। जिसमें टिकट कलक्टर, बुकिंग, पार्सल, गुड्स क्लर्क का काम अब एक ही कर्मचारी को करना होगा। वर्तमान में वाणिज्य विभाग में आने वाले टिकट कलक्टर, वाणिज्य क्लर्क, पार्सल क्लर्क, गुड्स क्लर्क, बुकिंग क्लर्क पद सभी अलग-अलग कैडर के पद है। अब इन सभी कैडर का मर्जर व समायोजन किया जा रहा है।
बोर्ड को 8 की जगह 5 सदस्यों का किया गया
रेलवे कोस्ट कंट्रोल के तहत कई विभागों का मर्जर तथा भत्तों व एलाउंसेज कम कर रहा है। इसका असर रेलवे बोर्ड से लेकर जोन व मंडल स्तर तक नजर आ रहा है। हाल ही में रेलवे बोर्ड चेयरमैन को सीइओ बनाया गया है तथा 8 सदस्य वाले रेलवे बोर्ड को 5 सदस्य तक सीमित किया गया है। आगे नीचे स्तर तक विभागों को आपस मे मिलाकर इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च को कम करने के प्रयास किए जा रहे है। रेलवे ने हाल ही में सेफ्टी कैटेगरी के अलावा अन्य सभी कैटेगरी की 50 फ ीसदी वेकेंसी को सरेंडर कर दिया है।
एकाउंट्स व कार्मिक शाखा में भी होगा मर्जर
रेलवे में वाणिज्य विभाग के अलावा इसी तरह अन्य विभागों के पदों का भी मर्जर विचाराधीन है। एकाउंट्स व कार्मिक शाखा के मर्जर पर भी रेलवे की उच्च स्तरीय समिति विचार कर रही है। रेलवे में मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कैरीज विभागों में भी मर्जर पर समीक्षा की जा रही है।
Source: Jodhpur