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जोधपुर. देश का पहला डीजीएक्स-ए100 सुपर कम्प्यूटर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) जोधपुर में स्थापित किया गया है। नीविडया कम्पनी का सुपर कम्प्यूटर आइआइटी के कम्प्यूटर सेंटर में लगाया गया है जिसका उपयोग समस्त विभागों के शिक्षक व छात्र शोध कार्यों में कर सकेंगे। विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस(एआई) व डाटा साइंस स्कूल के छात्रों को लाभ होगा।
इसमें ए-१०० टेंसर कोर जीपीयू है जो इसकी परफार्मेंस, डेनसिटी और फ्लेक्सिबिलिटी को काफी एडवांस बनाता है। यह ५पेंटा फ्लॉप्स एआई सिस्टम है जिसकी मदद से बड़े डाटा को तेजी से विश्लेषित किया जा सकेगा। इससे विभिन्न बीमारियों पर शोध हो सकेगा। रोग व रोगी का डाटा इसमें डालने पर तेजी से उसके परिणाम सामने होंगे। इसके अलावा पर्यावरण सहित अन्य मानवीय समस्याओं पर भी शोध में मदद मिलेगी।

सभी क्षेत्रों में काम करेगा सुपर कम्प्यूटर
आइआइटी जोधपुर बायोसाइंस, बायो इंजीनियरिंग, हेल्थ केयर, केमिस्ट्री, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, ह्यूमेनिटिज एंड सोशल साइंस, मैथमेटिक्स, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, मेटालर्जिकल एंड मैटेरियल्स इंजीनियरिंग, फिजिक्स और स्मार्ट हेल्थ केयर पर विशेष कार्य कर रहा है। वर्तमान में आईआईटी जोधपुर में करीब 100 रिसर्च प्रोजेक्ट चल रहे हैं। सुपर कंप्यूटर की मदद से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अलावा कंप्यूटर विजन, एमएल, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, सेंसर कंट्रोल सिस्टम्स, ऑटोनॉमस सिस्टम, साइबर फिजिकल सिस्टम्स, रोबोटिक्स, स्मार्ट हेल्थकेयर, स्मार्ट सिटीज, बायोइनफॉर्मेटिक्स, ड्रग डिस्कवरी, डाटा एनालिसिस और अन्य कई क्षेत्रों में शोध कार्य हो सकेगा।

पिछले साल आया था डीजीएक्स-2 सुपर कम्प्यूटर
आइआइटी जोधपुर और नीविडया के मध्य पिछले साल एमओयू हुआ था, जिसके अंतर्गत सुपर कम्प्यूटर खरीदने और एआई पर काम करने की सहमति बनी। मई 2019 में देश का पहला डीजीएक्स-2 सुपर कम्प्यूटर भी आइआइटी जोधपुर में ही लगा था, जिसकी कीमत करीब ढाई करोड़ रुपए थे। इसमें 16 जीपीयू है, जबकि डीजीएक्स-ए१०० में सीपीयू अधिक है। डीजीएक्स-२ मुख्य रूप से न्यूरल नेटवर्क ट्रेनिंग के काम आता है जबकि ए-100 को सभी विभाग उपयोग में ले सकेंगे।

Source: Jodhpur

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