Posted on

बाड़मेर. कोरोना महामारी वैसे तो राज्य और देश में पहले ही फैल गई थी। बाड़मेर जिले में इसका पहला संक्रमित 8 अप्रेल को मिला था। संक्रमण फैलने को लेकर अक्टूबर आते-आते छह महीने बीत चुके हैं। अब तक हजारों की संख्या में लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं कई लोगों ने महामारी के कारण अपनों को भी खोया है। जिसका दर्द उन्हें जिदंगी भर रहेगा। महामारी से बचाव ही उपचार है, इसे ध्यान में रखकर ही मुकाबला किया जा सकता है।
बाड़मेर जिले में कोरोना महामारी के साए में पूरे छह महीने बीत चुके हैं। छह महीनों में शायद ही कोई दिन नहीं रहा होगा जब कोरोना का भय नहीं रहा। संक्रमित लगातार बढ़ते गए। पहले सैकड़ों में थे जो अब हजारों में हो चुके हैं। मास्क लगाने और नियमों को लेकर जागरूकता नहीं रही तो पता नहीं कितने और अभी संक्रमित होंगे। आधे साल में ही महामारी का बड़ा रूप देख चुके हैं।
छह महीनों में हो गए 3300 से अधिक पॉजिटिव
बाड़मेर जिले में पहला केस कितनोरिया में मिला 8 अप्रेल को मिला था। इसके बाद गत छह महीनों में इसकी रफ्तार बढ़ी ही है। अब तक 3400 से अधिक संक्रमित सामने आ चुके हैं और सिलसिला जारी है। कभी मंद हुआ है तो फिर से बढ़ गया है। यह क्रम लगातार चल रहा है।
ढाई साल से लेकर 90 साल तक आए चपेट में
कोरोना महामारी ने हर उम्र के व्यक्ति को प्रभावित किया है। जिले में ढाई साल के मासूम से से लेकर 90 साल के बुजुर्ग तक इसकी चपेट में आए। और लगातार आ भी रहे हैं। अच्छी बात यह रही कि बुुजुर्ग और बच्चे कोरोना को मात भी दे रहे हैं। कोरोना को वे हरा रहे हैं।
बाड़मेर जिले में 42 परिवारों ने अपनों को खोया
जिले में अब तक कोरोना संक्रमण से 42 लोगों ने अपनों को खोया है। परिवार से जो व्यक्ति महामारी का शिकार बना उसकी जगह परिजनों को हमेशा खलेगी। महामारी के दंश को उन्होंने भुगता है। इसमें भी युवा से लेकर बुजुर्ग शामिल रहे हैं।
कोरोना के कर्मवीरों की सेवाएं अनवरत जारी
पिछले छह महीनों से महामारी में अनवरत चिकित्सा सेवाएं देने वाले चिकित्सा कार्मिक कोरोना को हराने में जुटे हैं। संक्रमितों की जिंदगी बचाने के लिए दिन-रात एक कर रहे हैं। कई कार्मिक तो ऐसे भी हैं जो अपने परिजनों से महीनों तक नहीं मिल पा रहे हैं, क्योंकि वे संक्रमित लोगों की जिंदगियों को बचा रहे हैं।
दो बार हुआ बाड़मेर शहर में स्थानीय लॉकडाउन
बाड़मेर शहर में जुलाई और अगस्त महीने में दो बार 7-7 दिन के लिए लॉकडाउन लगाया गया। संक्रमण का अधिक फैलाव के कारण चयनित क्षेत्र में जिला प्रशासन की ओर से कफ्र्यू लगाया गया।
अब हो रही मास्क को लेकर सख्ती
जिले में मास्क और सोशल डिस्टेंस को लेकर सख्ती लगातार बरती जा रही है। अब प्रशासन की ओर से मास्क को लेकर अधिक सख्ती बरती जाएगी। जिला अस्पताल में मास्क अनिवार्य कर दिया गया। वहीं कार्यालयों में कार्मिक के मास्क नहीं पहनने पर विभागध्यक्ष की जिम्मेदारी तय कर दी गई।
बढ़ते गए कोविड केयर सेंटर
संक्रमितों की संख्या बढऩे के कारण कोविड केयर सेंटर भी बढ़ते गए। जिले में अब तक 10 स्थानों पर संक्रमितों का उपचार चल रहा है। वहीं बाड़मेर अस्पताल में कोविड डेडीकेटेड वार्ड बनाया गया। जहां पर गंभीर संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है।
मृत्यु दर बढ़कर 1 फीसदी से हो गई ज्यादा
बाड़मेर में प्रारंभ में मृत्यु दर काफी कम थी। लेकिन अक्टूबर में यह बढ़कर अब एक फीसदी से अधिक हो गई है। जिले में कोरोना के कारण 42 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं संक्रमितों की संख्या 3300 के पार है।

बाड़मेर: छह महीने…हर महीने कितने बढ़े संक्रमित
-8 अप्रेल को मिला था पहला पॉजिटिव
-8 मई कुल पॉजिटिव 04
-8 जून को आंकड़ा 107
-8 जुलाई कोरोना मरीज 566
-8 अगस्त संक्रमित हुए 1727
-8 सितम्बर पॉजिटिव 2696
-8 अक्टूबर संक्रमित 3384

Source: Barmer News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *