जोधपुर।
सेन्टल जीएसटी की ओर से कर चोरी मामले में बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया गया है। सीजीएसटी आयुक्त जोधपुर आलोक गुप्ता के निर्देशन में पाली में बुलियन का व्यवसाय करने वाली एक फर्म पर कार्यवाही की गई। जिसमें प्रोप्राइटर द्वारा बोगस फर्म बनाकर करोड़ों रुपए के फर्जी बिल जारी किए जा रहे थे। जांच के दौरान प्रोप्राइटर देव अड़ानिया ने प्रोपराइटर ने बोगस फ र्म बनाकर जयपुर-मुंबई की फ र्मो को फ र्जी बिल जारी करना स्वीकार किया। बाद में प्रोप्राइटर अड़ानिया को गिरफ्तार कर लिया गया। कार्यवाही केंद्रीय जीएसटी आयुक्तालय जयपुर व जोधपुर की टीमें मिलकर कर रही है। जिसमें केंद्रीय जीएसटी आयुक्तालय संयुक्त आयुक्त नितिन वापा व सीजीएसटी पाली संभाग के संयुक्त आयुक्त कुलदीप कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित टीमों ने प्रोप्राइटर की फर्म के दस्तावेज, लेपटॉप आदि खंगाल रही है।
न्यायिक अभिरक्षा में भेजा
विभाग की ओर से फ र्म के प्रोपराइटर देव अड़ानिया को गिरफ्तार कर मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जहां मजिस्ट्रेट ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए। वहीं विभाग ने मामले में लिप्त जयपुर और मुंबई की अन्य फ र्मों के विरूद्ध भी कार्यवाही शुरू कर दी है।
Source: Jodhpur