जोधपुर।
जोधपुर पूरे विश्व में अपने आर्टिस्टिक हैण्डीक्राफ्ट के लिए प्रसिद्ध है। सनसिटी के इस बिजनेस को उंचाइयों तक पहुंचाने में यहां के युवा हैण्डीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स का बड़ा हाथ है । जोधपुर में करीब हैण्डीक्राफ्ट के करीब 700 से अधिक निर्यातक है । जिसमें से 500 फ र्मो की बागडोर युवा निर्यातको के हाथों में है । पिछले 5 वर्षो में जोधपुर के हैण्डीक्राफ्ट एक्सपोर्ट बिजनेस करीब 3 हजार करोड़ रुपए सालाना है जो कि प्रतिवर्ष उतार-चढ़ाव को झेलने के बावजूद भी बढ़त बनाए हुए है। यहां के हैण्डीक्राफ्ट युवा निर्यातक आज विश्व के करीब 80 से अधिक देशों में हैण्डीक्राफ्ट प्रोडक्ट्स निर्यात कर रहे है । यह युवा जोधपुर में करीब 1 लाख से ज्यादा लोगों को प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध करवा रहे है । अधिकांश युवा निर्यातकों ने इस बिजनेस की शुरुआत जीरो से कर अपनी पहचान स्थापित निर्यातकों के रूप बना चुके है।
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स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए लांच किया एक्शन प्लान
जोधपुर के स्टार्टअप सफ लतापूर्वक दुनियाभर के लिए ग्राहकों के लिए हैण्डीक्राफ्ट प्रोडक्ट तैयार कर रहे है और देश को विदेशी मुद्रा अर्जित करवा रहे है । सरकार ने देश के उभरते उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए जनवरी 2019 में स्टार्टअप इंडिया एक्शन प्लान लांच किया था। इसका उद्देश्य टैक्स में छूट देने के साथ इंस्पेक्टर राज मुक्त शासन और पूंजीगत लाभ कर छूट जैसे प्रोत्साहन देना है ।
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ट्रेनिंग प्रोग्राम व वर्कशॉप में मिला प्रोत्साहन
युवाओं को ट्रेनिंग प्रोग्राम्स व वर्कशॉप्स के जरिए प्रोत्साहित किया है । जिससे सबसे अधिक स्टार्टअप तैयार हुए है । यहां के स्टार्टअप्स व निर्यातक कमजोर-जरूरतमंद लोगों के द्वारा बनाए गए हस्तशिल्प प्रोडक्ट्स को नया आयाम देकर उन्हें वैश्विक बाजार मुहैया कराने का काम कर रहे है। जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ भरत दिनेश के अनुसार वरिष्ठ निर्यातकों के सहयोग व मार्गदर्शन से जोधपुर के आसपास आज करीब 6 हजार से अधिक युवा पारंपरिक हैण्डीक्राफ्ट में उच्चतम कौशल अर्जित कर अति लघु उद्यम की सक्रिय इकाई के रूप में काम कर रहे है।
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Source: Jodhpur