बाड़मेर. शिव विधानसभा क्षेत्र में रबी सीजन में किसानों के सामने बिजली संकट चुनौती बन गया है। यहां शिव मुख्यालय पर तीन साल पहले स्वीकृत हुआ 220 केवी का जीएसएस अधरझूल है। वर्तमान में सतर साल पहले बने 132 केवी जीएसएस पर घरेलू व कृषि कनेक्शनों का भार बढ़ गया है। ऐसे में किसानों को समय पर वोल्टेज नहीं मिल रहा है। कम वोल्टेज मिलने से किसानों की विद्युत मोटर जलकर खराब हो रही हैं और उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।
शिव व गडरारोड़ में 132 केवी के दो जीएसएस संचालित हो रही है। जीएसएस क्षेत्र में पिछले दो-तीन साल में कृषि व घरेलू कनेक्शन हजारों की संख्या में जारी हो गए है, ऐसी स्थिति में बिजली की खपत बढ़ गई है, लेकिन जिम्मेदारों ने जीएसएस बदलने को लेकर कोई प्रयास नहीं किए, ऐसे में अब रबी फसल की सीजन में किसान प्रभावित हो रहे है। यहां शिव व गडरारोड़ क्षेत्र में हजारों कनेक्शन होने पर जीएसएस अनलोड हो गए है। अब खपत अनुसार बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है। एेसे में करीब एक लाख किसान प्रभावित है।
3 साल से अधरझूल जीएसएस
शिव मुख्यालय पर तीन साल पहले 220 केवी का जीएसएस स्वीकृत किया गया था, लेकिन जमीन आवंटन को लेकर हुए विवाद के बाद जीएसएस निर्माण को लेकर कोई प्रयास नहीं हुए। यहां वर्तमान में 132 केवी ग्रिड सब स्टेशन है। लेकिन हजारों कनेक्शन होने पर यह स्टेशन खपत अनुसार बिजली नहीं दे पा रहा है।
गडरारोड़ में यहीं हालात
गडरारोड़ मुख्यालय पर करीब 60 साल पहले 132 केवी ग्रिड का सब स्टेशन है। जिसमें बॉर्डर के साथ गिराब व हरसाणी क्षेत्र शामिल है। गिराब व हरसाणी क्षेत्र में कृषि कनेक्शन बढ़ गए है। यहां अब बिजली को लेकर गंभीर संकट है। जल रही किसानों की मशीनरी किसानों को रबी की सीजन में प्रयाप्त वोल्टेज नहीं मिलने पर अब यहां प्रतिदिन पानी की मोटर व अन्य मशीनरी जल रही है। इससे किसानों को दोनों और नुकसान हो रहा है। एक तरफ फसल की बुवाई व सिंचाई नहीं हो रही है तो दूसरी तरह आर्थिक नुकसान भी हो रही है।
– कम वोल्टेज ने बढ़ाई परेशानी
लंबे समय से बिजली को लेकर समस्या चल रही है। यहां शिव व गडरारोड़ मुख्यालय पर 70 साल पुराने 132 केवी के जीएसएस है। लेकिन वर्तमान में कनेक्शन बढ़ गए है। ऐसी स्थिति में नए जीएसएस की जरुरत है। शिव मुख्यालय पर स्वीकृत जीएसएस अधरझूल है। बिजली नहीं मिलने पर किसान प्रभावित है। – पूरसिंह राठौड़, किसान, गिराब
– गडरारोड़ क्षेत्र का जल्द होगा समाधान
गडरारोड़ क्षेत्र की समस्या दो-तीन में झिंझनियाळी जीएसएस से कुछ कनेक्शन जोड़ कर समाधान करवा दिया जाएगा। और शिव क्षेत्र की समस्या स्वीकृत 220 केवी जीएसएस बनने पर ही होगी। यह मामला विद्युत प्रसारण निगम के क्षेत्र का है। अभी 132 केवी जीएसएस से बिजली की सप्लाई हो रही है, लेकिन कनेक्शन बढऩे से भार बढ़ गया है। – मांगीलाल जाट, अधिक्षण अभियंता, डिस्कॉम
Source: Barmer News